भारत सरकार की स्वीकृति से उत्तर प्रदेश में संचालित नेशनल ऑटोमेटेड फिंगर प्रिंट आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (NAFIS) सॉफ्टवेयर के माध्यम से किये जा रहे फिंगरप्रिंट फीडिंग कार्य में 5953 अपराधियों के फिंगर प्रिंट सुरक्षित कर बाराबंकी पुलिस को जोन में प्रथम व प्रदेश में चौथा स्थान प्राप्त हुआ है।बताते चले कि प्रदेश में NAFIS प्रतिस्थापित होने के उपरान्त 01 जुलाई, 2022 से प्रदेश के जनपदों में फिंगर प्रिंट फीडिंग का कार्य प्रारम्भ है। पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह के नेतृत्व में जनपद बाराबंकी पुलिस द्वारा NAFIS साफ्टवेयर के अन्तर्गत फिंगर प्रिंट फीडिंग का कार्य करते हुए माह 01 जुलाई, 2022 से माह सितम्बर, 2023 तक कुल 5953 अपराधियों के फिंगर प्रिंट सुरक्षित किया जा चुका है। प्रदेश के सभी जनपदों द्वारा की गयी फिंगर प्रिंट फीडिंग की समीक्षा के दौरान जनपद बाराबंकी को जोन में प्रथम व प्रदेश में चौथा स्थान प्राप्त हुआ है।NAFIS सॉफ्टवेयर के माध्यम से अब तक प्रदेश भर के करीब 02 लाख से अधिक अपराधियों का फिंगर प्रिंट डाटा NAFIS डाटा बैंक पर संग्रहित हो चुका है। जिससे आल इण्डिया के डाटा से सर्च एवं फिंगर प्रिन्ट मिलान सम्बन्धी त्वरित कार्यवाही की जा सकती है, जो अपराध के त्वरित अनावरण में उपयोगी सिद्ध हो रहा है।