हैदरगढ़-बाराबंकी।
सुबेहा थाना के बड़ी मेंहदिया मजरे टिकरहुवां गांव मे शनिवार की भोर बारिश के चलते एक कच्ची दीवार गिर जाने से उसी के नीचे सो रही 11 वर्षीय किशोरी मलबे में दब गई। मां की चीख पुकार सुनकर पहुंचे आसपास के लोगो ने आनन फानन में मलबा हटाकर बालिका को बाहर निकाला। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी और बालिका दम तोड़ चुकी थी। इस घटना ने निर्धन बेघरों को घर देने के केन्द्र और प्रदेश सरकार के तमाम दावों की हवा निकाल दी है। वही सूचना पर पहुंची राजस्व विभाग की टीम मामले की लीपापोती में जुट गई है।
जानकारी के मुताबिक बड़ी मेंहदिया मजरे टिकरहुवां गांव निवासी मंजू पत्नी स्व0 कृष्ण कुमार कच्ची दीवार पर रखे टीनशेड के नीचे अपनी 11 साल की बेटी रूबी के साथ सो रही थी। शनिवार तड़के हुई बारिश के दौरान कच्ची दीवार भरभरा कर गिर पड़ी। 11 साल की रूबी दीवार के मलबे में दब गयी। मां की चीख पुकार सुनकर दौड़े पड़ोसियों ने जब तक मलबा हटा कर रूबी को बाहर निकाला रूबी ज़िन्दगी की जंग हार चुकी थी। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस व राजस्व टीम ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया है।
बताया जा रहा है की करीब डेढ़ साल पहले मंजू के पति कृष्ण कुमार की मौत हो चुकी है। पति की मौत के बाद से वह ही मजदूरी करके अपनी चार नाबालिग लड़कियों व दो नाबालिग लड़को का भरण पोषण कर रही है। माली हालत काफी खराब होने के बावजूद सरकारी आवास की सुविधा ना मिलने के चलते मंजू जिस कच्ची दीवाल पर टीन शेड रखकर गुजर बसर कर रही थी, आज वही दीवार उसकी मासूम बेटी की मौत का सबब बन गयी।
हादसे के बाद ग्राम प्रधान हनुमान द्विवेदी ने बताया कि मंजू का नाम आवास की सूची में गया है जल्द ही आवास मिल जाएगा। खंड विकास अधिकारी ने भी बताया कि टीम को मौके पर भेजा गया है। आवास की सूची में महिला का नाम है, जल्द ही उसे आवास मुहैया करा दिया जाएगा। हालांकि ग्रामप्रधान और खण्ड विकास अधिकारी दोनों ही इस बात का कोई संतोषजनक उत्तर नही दे सके कि पात्र होने के बावजूद मंजू को अब तक आवास योजना का लाभ क्यों नही दिया गया था।
यह भी पढ़े : Barabanki News: फोन पर किसी से बात करती थी बहन, शक के चलते भाई ने कुल्हाड़ी से काटकर कर डाली निर्मम हत्या
घटना के बाद मौके पर पहुंचे राजस्व निरीक्षक ने बताया कि मंजू के नाम ज़मीन नही है और मेहनत मजदूरी कर परिवार का गुजारा होता है। परिवार को प्रशासन की तरफ से मुआवजा दिलाया जाएगा। वही घटना में मासूम की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि यदि मंजू को आवास योजना का लाभ पहले ही मिल गया होता तो शायद आज रूबी की मौत ना हुई होती। इस घटना के बाद से घर में कोहराम मचा है और भ्रष्ट व्यवस्था के हाथों अपनी बेटी खो चुकी मंजू का रो रोकर बुरा हाल है।
रिपोर्ट – मोहम्मद इदरीस
Author: Barabanki Express
Barabanki Express News 24×7 is the most credible hindi news portal of District Barabanki. pls follow to get updates what's happening around ur City and District
805