Barabanki: एबीवीपी कार्यकर्ताओं की नाराज़गी ने तोड़ी प्रशासन की कुंभकर्णी नींद, श्री रामस्वरूप यूनिवर्सिटी के 17 साल पुराने अवैध कब्जे पर चला बुलडोजर 

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बाराबंकी में श्री रामस्वरूप यूनिवर्सिटी पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई। ग्रामसभा की जमीन पर बने एनिमल हाउस को बुलडोजर से ढहाया गया। 17 साल से लंबित कब्जे की शिकायतों पर कार्रवाई, छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के बाद प्रशासन हुआ सख़्त।

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बाराबंकी, उत्तर प्रदेश।

एबीवीपी कार्यकर्ताओं और छात्रों पर हुए लाठीचार्ज विवाद के बाद अब प्रशासन ने श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी (SRMU) पर बड़ी कार्रवाई की है। शनिवार को राजस्व विभाग की टीम ने भारी पुलिस बल के साथ यूनिवर्सिटी परिसर में प्रवेश किया और ग्रामसभा की जमीन पर बने नवनिर्मित एनिमल हाउस को बुलडोजर से ढहा दिया।

ADM न्यायिक राजकुमार शर्मा ने बताया कि यूनिवर्सिटी प्रबंधन द्वारा ग्रामसभा की जमीन पर कब्जा किया गया था। पहले बेदखली की कार्रवाई हुई, उसके बाद ध्वस्तीकरण किया गया। यह एनिमल हाउस लगभग 400 वर्गमीटर क्षेत्रफल में बना था। फिलहाल राजस्व टीम द्वारा जमीन का सर्वेक्षण जारी है।

Barabanki: एबीवीपी कार्यकर्ताओं की नाराज़गी ने तोड़ी प्रशासन की कुंभकर्णी नींद, श्री रामस्वरूप यूनिवर्सिटी के 17 साल पुराने अवैध कब्जे पर चला बुलडोजर 
फ़ोटो – नाप जोख करती राजस्व विभाग की टीम

17 साल से लंबित शिकायतें

ग्राम समाज की करीब 2 हेक्टेयर जमीन पर विश्वविद्यालय का कब्जा लंबे समय से चर्चा में था। भारतीय किसान यूनियन के नेताओं और खूजर गांव के प्रधान रामनाथ यादव ने कई बार अधिकारियों से शिकायत की। लेखपाल, एसडीएम और एडीएम तक पत्र भेजे गए, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।

प्रधान का आरोप है कि यूनिवर्सिटी प्रबंधन ग्रामसभा की जमीन, दो तालाब, चकमार्ग और नाली पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। काफी जमीन पर पहले ही कब्ज़ा कर लिया है। अप्रैल 2025 में लगातार शिकायतें दर्ज कराई गईं, बावजूद इसके प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया। मई 2025 में भी प्रधान ने फिर से पत्र लिखा, लेकिन तहसील प्रशासन चुप्पी साधे रहा।

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गांव की पूर्व प्रधान रानी ने भी साल 2013 में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन तब भी अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब 1 सितंबर को छात्रों पर पुलिस लाठीचार्ज के बाद से आंदोलनरत एबीवीपी कार्यकर्ताओं के आक्रोश को शांत करने के लिए प्रशासन ने उन्हीं पुरानी शिकायतो पर त्वरित कार्रवाई करते हुए कब्जे वाली जमीन पर बुलडोजर चलवा दिया।

 

छात्रों का आंदोलन और पुलिस लाठीचार्ज

1 सितंबर को यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ LLB छात्रों और ABVP कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था। छात्रों का आरोप था कि यूनिवर्सिटी ने 4 साल से परीक्षा आयोजित नहीं की, 2021 में मान्यता समाप्त हो गई थी, इसके बावजूद एडमिशन लिए जा रहे हैं।

छात्रों के प्रदर्शन पर पुलिस ने सख्ती दिखाई और दर्जनों छात्रों व ABVP कार्यकर्ताओं को लाठियों से पीटा। इस घटना में दर्जनों छात्र छात्राएं और ABVP कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हुए। घटना के बाद पूरे प्रदेश में नाराजगी फैल गई और प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव बढ़ गया।

 

बुलडोजर कार्रवाई ने बढ़ाई हलचल

शनिवार को हुई बुलडोजर कार्रवाई ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी। प्रशासन ने यूनिवर्सिटी परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया और किसी भी तरह की अनहोनी से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई।

स्थानीय ग्रामीणों और किसान संगठनों ने प्रशासन की इस कार्रवाई को देर आए लेकिन दुरुस्त आए बताते हुए स्वागत किया और इसे वर्षों से चल रहे अन्याय के खिलाफ सही कदम बताया।

 

 

रिपोर्ट – मंसूफ अहमद 

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Author: Barabanki Express

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