रामनगर-बाराबंकी।
शिव नगरी लोधेश्वर महादेवा धाम में शिव भक्तों की अपार भीड़ रही। शिव भक्तोंगण ने हाथों में गंगाजल, बेलपत्र, अक्षत, धूप, नववेद्र, भांग, धतूरा, दूध, दही, घी, शहद, रोली चंदन द्रव्य आदि पूजन सामग्री लेकर कतार बद्ध तरीके से गर्भ गृह में विद्यमान भूत भावन भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। हर हर, बम बम, ॐ नमः शिवाय के गगन भेदी जयकारों के साथ पूरा परिसर गुंजायमान रहा।
आपको बताते चले कि अपनी बारी के इंतेज़ार में अर्द्ध रात्रि से ही लाइन में लगे शिव भक्तों ने प्रवेश द्वार के कपाट खुलते ही सर्वप्रथम श्री गणेश की ड्योढ़ी पर माथा टेक कर गर्भ गृह में विराजमान महादेव का जलाभिषेक किया तथा आदि देव से मनवांछित फल की कामना की। गौरतलब है कि शिवभक्त सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तयकर लोधेश्वर महादेवा धाम पूजन अर्चन के लिए आते हैं। लेकिन उनके रुकने के लिए रात्र विश्राम की कोई व्यवस्था नही है। जिला पंचायत द्वारा लगाया गया नाम मात्र का टेंट दिखावा भर का है। क्योंकि बरसात होने पर एक भी बूंद पानी बाहर नहीं जाता है। मेला बाग में बनाए गए अस्थायी शौचालयों में प्रकाश व पानी की कमी रही तथा जाने के लिए मार्ग भी नहीं सही कराया गया व तीन स्थाई शौचालय में ताले लटकते रहे। जिसके चलते नित्य क्रिया के लिए लोग इधर उधर भटकने को मजबूर रहे। ठेकेदार द्वारा की गई प्रकाश व्यवस्था भी अव्यवस्थित रही। रात्रि में कई बार लाइट बंद हो जाने से शिव भक्तों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। अभरण सरोवर में सुरक्षा व्यवस्था के तहत लगाई गई बैरिकेडिंग भी रात में ही जगह-जगह से टूट गई। भोलेनाथ की कृपा रही कि कोई भी हताहत नहीं हुआ।