बाराबंकी-यूपी।
पुलिसकर्मियों के वर्दी में रील्स बनाने पर रोक को लेकर योगी सरकार के सख्त आदेशो के बावजूद पुलिस कर्मियों पर इसका असर नहीं दिख रहा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी से सटे बाराबंकी ज़िले की पुलिस इन दिनों अपराधियों का पीछा छोड़ रील्स बनाने में मशगूल नज़र आ रही है। दरोगा जी जहां राजकुमार स्टाइल में डायलॉग बाज़ी करते नज़र आ रहे हैं तो सिपाही उनसे एक कदम आगे बढ़कर भोजपुरी गीतों पर हथियार लहरा रहे हैं। हैरानी वाली बात ये की वीडियो रील्स वायरल होने के बावजूद अधिकारी चुप्पी साधे है।
“चौहान का आदेश है कोई गाड़ी आगे न जाए” ये कोई फिल्मी डायलॉग नही बल्कि बाराबंकी जिले की ट्रैफिक पुलिस में तैनात दारोगा ने रील बना कर सोशल मीडिया में वायरल किया है। दरअसल महाकुंभ स्नान पर्व के चलते लखनऊ-अयोध्या हाइवे NH–27 पर 28 जनवरी से अयोध्या जाने वाले वाहनों पर रोक लगी हुई है। नगर कोतवाली क्षेत्र के चौपुला पर बैरिकेडिंग लगा कर वाहनों के आवागमन पर पुलिस प्रशासन ने प्रतिबंध लगाया हुआ है। इस बीच ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिस के एसआई ने वीडियो बना कर सोशल मीडिया में पोस्ट कर दिया। जो तेज़ी से वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो में दारोगा जी हमराह सिपाही से कहते सुनाई दे रहे हैं कि “वीरू नाकाबंदी लगी हुई है कोई गाड़ी हिलने ना पाए और कोई भी आए बता दो कि चौहान का आदेश है, कि यहां से कोई भी गाड़ी आगे जानी नहीं चाहिए समझे” राजकुमार स्टाइल में डायलॉग बोलते दारोगा का वीडियो सोशल मीडिया पर धूम मचा रहा है। तमाम यूजर्स जहां दारोगा की इस स्टाइल को लेकर उनकी प्रशंसा कर रहे हैं वही कुछ यूजर्स वर्दी पहनकर रील्स बनाने वाले एसआई और हमराही पर कार्यवाही करने की मांग भी कर रहे हैं।
दरोगा जी के वीडियो के साथ ही बाराबंकी के ही कोठी थाने में तैनात बताए जा रहे एक दीवान का वीडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमे वो भोजपुरी गाने पर हथियार लहराकर रील्स बनवाते दिख रहे है। दोनों पुलिसकर्मियों के वायरल वीडियो चर्चा का केंद्र बने हुए है। फिलहाल अभी पुलिस विभाग के आला अधिकारियों की ओर से इन रील्स को लेकर किसी प्रकार का बयान नहीं आया है।
देखे वीडियो
पुलिसकर्मियों के लिए क्या है योगी सरकार की सोशल मीडिया पॉलिसी
यूपी में पुलिस वालों पर वीडियो रील बनाने पर रोक लगाई गई है। इस पॉलिसी में कहा गया है कि सरकारी कार्य में पुलिस वाले सोशल मीडिया का इस्तेमाल न करें। पुलिस वालों के सोशल मीडिया के व्यक्तिगत इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है। कार्य के दौरान अपने कार्यालय एवं कार्यस्थल पर वर्दी में वीडियो, रील इत्यादि बनाने या किसी भी कार्मिक द्वारा अपने व्यक्तिगत सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर लाइव टेलीकास्ट को प्रतिबंधित किया गया है। इसमें कहा गया है कि पुलिस कर्मी किसी की पोस्ट पर टिप्पणी कर ट्रोलिंग ना करें। पुलिस कर्मी द्वारा खुद की वाहवाही के वीडियो बनाने पर भी रोक लगाई गई है। पुलिस कर्मी अब जन शिकायतों का लाइव प्रसारण भी नहीं कर सकते हैं।
रिपोर्ट – मन्सूफ अहमद
Author: Barabanki Express
शहर की हर गली से लेकर राजनीतिक गलियारों तक, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, और अपराध से लेकर समाज सेवा तक – बाराबंकी एक्सप्रेस लेकर आता है पल-पल की सच्ची और विश्वसनीय ख़बरें। हमारा मिशन है, आपकी आवाज़ बनना, आपकी समस्याओं को उठाना और आपको अपने शहर के हर पहलू से अवगत कराना। ज़मीनी रिपोर्टिंग और निष्पक्ष पत्रकारिता के साथ, बाराबंकी एक्सप्रेस है आपकी जानकारी का सच्चा साथी।
1,501
















