
बाराबंकी-यूपी।
यूपी के बाराबंकी ज़िले में शनिवार देर रात करीब 12 बजे मरीज़ बनकर आए अज्ञात हमलावरों ने एक निजी चिकित्सक की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। चिकित्सक को बचाने दौड़े एक दिव्यांग व्यक्ति को भी हमलावरों ने पीट कर घायल कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने रात में ही एएसपी नार्थ विकास चन्द्र त्रिपाठी, सीओ गरिमा पंत के साथ मौका-ए-वारदात पर पहुंचकर परिजनों से घटना की जानकारी ली। शक़ के आधार पर एक दर्जन से अधिक लोगो को थाने लाकर पूछताछ की जा रही है।
मसौली थाना क्षेत्र के डडियामऊ गांव का रहने वाला 23 वर्षीय ओमप्रकाश उर्फ सत्येन्द्र पुत्र गंगा प्रसाद विश्वकर्मा थाना क्षेत्र के ही मलौली गांव में विश्वकर्मा मेडिकल स्टोर एवं फार्मा क्लीनिक चलाता था। जहां पर 24 घंटे इलाज किया जाता था। सुरक्षा के लिए सत्येन्द्र ने क्लीनिक के बाहर सीसीटीवी कैमरा भी लगाया हुआ था। बीती रात करीब 11:45 बजे मरीज़ बनकर आए तीन नकाबपोश हमलावरों ने पहले क्लीनिक के बाहर लगा सीसीटीवी कैमरा तोड़ दिया। इसके बाद हमलावरों द्वारा घंटी बजाने पर सत्येन्द्र ने जैसे ही शटर खोला हमलावरो ने उसको बाहर खींच लिया और लाठी-डंडों से हमला कर दिया। जानकर बचाकर सत्येन्द्र सड़क की दूसरी तरफ भागा लेकिन हमलावरों ने उसे दबोच लिया और पीट-पीटकर मरणासन्न करने के बाद गले पर लाठी रखकर पैरो से दबा दिया।

शोर सुनकर वही पास में ही पान की गुमटी में सो रहे दिव्यांग विवेक नाग की आंख खुल गयी। विवेक ने डॉक्टर को बचाने का प्रयास किया तो हमलावरों ने उसे भी कई लाठियां मार दीं। विवेक के चिल्लाने पर जब तक ग्रामीण दौड़ते तब तक हमलावर फरार हो गये। सूचना पर पहुंची मसौली पुलिस ख़ून से लथपथ सत्येन्द्र को जिला अस्पताल ले गयी। जहां चिकित्स्कों ने मृत घोषित कर दिया।

मृतक के पिता गंगाप्रसाद ने बताया कि उनका चचेरे भाईयो लाल बहादुर, नंद किशोर, संतलाल, राजेंद्र प्रसाद पुत्रगण रामआसरे से काफी समय से जमीनी विवाद चल रहा था। करीब दो माह पूर्व विपक्षीजनो ने करीब ढाई लाख कीमत के यूकेलिप्टस के पेड़ो को कटवाकर बेच लिया था। मना करने पर लालबहादुर के पुत्र अर्पित ने मृतक सत्येंद्र को जान से मारने की धमकी दी थी। वही सत्येन्द्र के क्लीनिक में नर्स का काम करने वाली जहागीराबाद थाना क्षेत्र के ग्राम इल्मासगंज निवासी अयोध्या प्रसाद की पुत्री नायरा ने भी आपस मे हुए विवाद के बाद कुछ दिन पूर्व मलौली में ही अपना क्लीनिक खोल लिया था। पिता गंगाराम के मुताबिक इसी विवाद को लेकर नायरा, आकाश व विवेक यादव ने उसे देख लेने की धमकी भी दी थी।
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घटना के बाद मृतक सत्येंद्र के पिता गंगाप्रसाद ने अपने चचेरे भाइयो लाल बहादुर, नंद किशोर, संतलाल, राजेंद्र प्रसाद पुत्रगण राम आसरे व लालबहादुर के पुत्र अर्पित उर्फ़ कल्लू, विनय व प्रदम पुत्रगण संतलाल सहित क्लीनिक पर नर्स का काम करने वाली नायरा पुत्री अयोध्या प्रसाद, आकाश यादव व विवेक यादव पुत्रगण रामविलास पर अपने पुत्र की हत्या करने का आरोप लगाते हुए मसौली थाने में नामजद तहरीर दी है। प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। शक के आधार पर कुछ लोगो को थाने पर लाकर पूछताछ की जा रही है। क्लीनिक पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को भी खंगाला जा रहा है। जल्द से जल्द घटना का खुलासा किया जायेगा।

पूरे परिवार की जिम्मेदारी उठा रहा था मृतक
मृतक सत्येंद्र कुमार तीन सगे भाईयो के सबसे बड़ा था। बाकी दोनों शैलेन्द्र व देवेश कुमार उससे छोटे थे। बड़ा पुत्र होने के कारण घर की सारी जिम्मेदारी मृतक के कंधो पर थी। तीन बहनो मे दो बहनो की शादी हो चुकी थी तथा छोटी बहन संगीता पढ़ाई कर रही है। उसकी शादी की जिम्मेदारी भी मृतक पर ही थी। सत्येंद्र की हत्या से पूरे घर मे कोहराम मचा हुआ है। परिवार के लोगो का रो-रोकर बुरा हाल है।

रिपोर्ट – निरंकार त्रिवेदी
Author: Barabanki Express
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