बाराबंकी।
यूपी की राजधानी से सटे बाराबंकी जनपद का सरकारी अस्पताल लूट का अड्डा बनकर रह गया है। यहां बड़े पैमाने पर कमीशन बाज़ी का खेल चल रहा है। आने वाले ग़रीब और लाचार मरीज़ों की मजबूरी का फायदा उठाकर बिना ज़रूरत ही उन्हें महंगे इंजेक्शन की पर्ची थमाई जा रही है। जिला अस्पताल में चल रहे कमीशन बाज़ी के गोरखधंधे से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है।
आपको बताते चले कि काफी समय से जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में कमीशनखोरी का ये गोरखधंधा खुलेआम चल रहा है। इलाज की आस लेकर यहां आने वाले ज्यादातर मरीज़ निर्धन वर्ग से और कम पढ़े लिखे होते हैं इसका फायदा उठाकर उन्हें धड़ल्ले से बाहर की दवाओं की पर्ची थमा दी जाती है। खास बात यह कि पर्ची पर लिखी दवाइयां और इंजेक्शन आपको जिला अस्पताल के बाहर के कुछ खास मेडिकल स्टोर्स पर ही मिलते हैं। बताया जाता है कि इन मेडिकल स्टोर्स वालो के साथ अस्पताल के डॉक्टरो की गहरी सेटिंग है। और पर्ची पर लिखी दवाइयों के बदले हर माह काफ़ी मोटा कमीशन डॉक्टरों को पहुंचाया जाता है।
कमीशनखोरी से जुड़ा वीडियो वायरल होने से मचा हड़कंप
दलालों का अड्डा बन चुके जिला अस्पताल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। जिसमे इलाज कराने ट्रामा सेंटर पहुंचे मरीज़ के तीमारदारों और डॉक्टर के बीच बाहर के लिखे गए महंगे इंजेक्शन को लेकर बहसबाजी होती दिख रही है। वीडियो में तीमारदार कहते सुने जा रहे हैं कि दलाली के लिए ग़रीबो को 480 रुपए का इंजेक्शन लिख रहे हो जिसके पास पैसा होगा वो यहां क्यों आएगा। यह वीडियो तेज़ी से सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर वायरल हो रहा है।
देखे वीडियो
मार्किट में एक चौथाई से भी कम दाम पर उपलब्ध है सब्सिट्यूट
अस्पताल स्टाफ द्वारा थमाई जा रही पर्ची पर लिखे SEFU 1.5 इंजेक्शन (सेफोपेराज़ोन+सल्बैक्टम) पर 479.20 रुपए एमआरपी प्रिन्ट है। जबकि मार्केट में दूसरी दवा कंपनियों का इसी साल्ट का इंजेक्शन 110 रुपये से लेकर 349 रुपए की एमआरपी पर उपलब्ध है। सूत्रों के मुताबिक कमीशन बाज़ी के लिए ख़ास तौर पर दवाइयों और इंजेक्शन पर तीन से चार गुना अधिक दाम छपवा कर मरीज़ो और तीमारदारों की जेब पर डाका डाला जा रहा है।

क्या बोले जिला अस्पताल के जिम्मेदार
इस मामले को लेकर जब जिला पुरूष अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के सीयूजी नम्बर पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि वीडियो वायरल होने का मामला संज्ञान में आया है। अभी अस्पताल जाकर वीडियो देखेंगे। मामले की जांच कराकर बाहर की दवा लिखने वाले फार्मासिस्ट के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट – मन्सूफ अहमद
Author: Barabanki Express
शहर की हर गली से लेकर राजनीतिक गलियारों तक, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, और अपराध से लेकर समाज सेवा तक – बाराबंकी एक्सप्रेस लेकर आता है पल-पल की सच्ची और विश्वसनीय ख़बरें। हमारा मिशन है, आपकी आवाज़ बनना, आपकी समस्याओं को उठाना और आपको अपने शहर के हर पहलू से अवगत कराना। ज़मीनी रिपोर्टिंग और निष्पक्ष पत्रकारिता के साथ, बाराबंकी एक्सप्रेस है आपकी जानकारी का सच्चा साथी।
1,535
















