बाराबंकी।
आयुष्मान योजना के नाम पर फर्जीवाड़ा किए जाने का मामला पकड़े जाने के बाद जहां एक अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है। वही बिना लाइसेंस संचालित तीन अस्पतालों व दो पैथोलॉजी सेंटरों को स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सीज किया गया है। नोडल अधिकारी ने बताया कि इन्हें नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
नोडल अधिकारी एसीएमओ डॉ. राजीव दीक्षित ने बताया कि आयुष्मान योजना के नाम पर फर्जीवाड़ा किए जाने का मामला पकड़े जाने के बाद देवा रोड स्थित एमिकस अस्पताल के संचालक पर केस दर्ज कराया गया था। शनिवार को इसका लाइसेंस भी निरस्त कर दिया गया है। नोडल अधिकारी ने बताया कि इसके साथ ही आयुष्मान से संबद्ध अन्य अस्पतालों की जांच भी शुरू करा दी गई है।

नोडल अधिकारी ने बताया कि सीएमओ के निर्देश पर बड़ेल चौराहे के निकट संचालित डीवी मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल की जांच की तो संचालक पंजीकरण संबंधी कोई अभिलेख नहीं दिखा पाए जिस पर इसे बंद करा दिया गया है। इसके अलावा सताेखर तालाब पर संचालित वासुदेव पैथालॉजी और पंचमदास कुटी के निकट संचालित निशा डायग्नोस्टिक सेंटर के संचालक भी पंजीकरण संबंधित दस्तावेज नही दिखा सके। जिस पर इन्हें बंद करा दिया गया है।
उधर, दरियाबाद स्थित शुभ हॉस्पिटल और इंडियन हॉस्पिटल का संचालन भी बिना लाइसेंस के मिला। यहां भी संचालक पंजीकरण संबंधी कोई अभिलेख नहीं दिखा पाए जिस पर इन्हें बंद कराते हुए नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। नोडल ने बताया कि अस्पतालों के खिलाफ शुरू किया गया अभियान जारी रहेगा।
रिपोर्ट – मन्सूफ़ अहमद
Author: Barabanki Express
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