Barabanki:
बाराबंकी में दुर्गा अष्टमी पर मिशन शक्ति 5.0 के तहत जीजीआईसी की छात्रा आंचल वर्मा बनीं एक दिन की जिलाधिकारी। डीएम शशांक त्रिपाठी की पहल ने बेटियों के आत्मविश्वास को दी नई उड़ान।
बाराबंकी, उत्तर प्रदेश।
नवरात्रि की दुर्गा अष्टमी पर मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत सोमवार को जिला प्रशासन की एक अनोखी पहल ने पूरे जिले को गर्व से भर दिया। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज (जीजीआईसी) बाराबंकी की कक्षा 12 की छात्रा आंचल वर्मा को सांकेतिक रूप से एक दिन के लिए जिलाधिकारी (DM) की कुर्सी सौंपी गई।
डीएम शशांक त्रिपाठी की इस पहल ने न केवल छात्राओं के आत्मविश्वास को नई उड़ान दी बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि बेटियां किसी भी जिम्मेदारी को बखूबी निभा सकती हैं।
आत्मविश्वास के साथ थामी डीएम की कुर्सी
एक दिन की जिलाधिकारी बनीं आंचल वर्मा ने जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर आत्मविश्वास के साथ कार्यभार संभाला। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की और दो गंभीर शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर अपनी कार्यकुशलता का परिचय दिया।

दो अहम शिकायतों का निस्तारण
1. अनाथ बच्चों को सरकारी मदद दिलाने का आदेश
बिहार निवासी तेतरा देवी ने अपनी बेटी और दामाद की मौत के बाद अनाथ हुए बच्चों के नाम पर मुआवजा राशि सुरक्षित कराने की गुहार लगाई। आंचल वर्मा ने तुरंत मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम रामनगर से वार्ता की और आवश्यक कार्रवाई के लिए पत्र जारी किया।
2. परिक्रमा मार्ग से अतिक्रमण हटाने का निर्देश
रहीमाबाद निवासी राम प्रताप ने परिक्रमा मार्ग पर अतिक्रमण की शिकायत दर्ज कराई। आंचल वर्मा ने इसे तत्काल संज्ञान में लेकर एसडीएम नवाबगंज को जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी कोर्ट और लोकसभागार का अवलोकन
कार्यभार संभालने के दौरान आंचल वर्मा ने जिलाधिकारी कोर्ट, लोकसभागार और बैठक कक्ष का भी अवलोकन किया। डीएम शशांक त्रिपाठी स्वयं उनके साथ रहे और प्रशासनिक कार्यप्रणाली की जानकारी दी।

बेटियों के सपनों को नई उड़ान
डीएम शशांक त्रिपाठी ने कहा—
“महिला सशक्तिकरण अभियान के तहत आज जिले की डीएम आंचल वर्मा बनीं। शिकायतों का निस्तारण करने का उनका तरीका उनके आत्मविश्वास को दर्शाता है। मुझे उम्मीद है कि वे भविष्य में किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़कर बड़ा नाम करेंगी।”
मीडिया से बातचीत में आंचल वर्मा ने कहा कि यह अनुभव उनके आत्मविश्वास को और मजबूत करता है और वह भविष्य में भी समाज के लिए बड़ी जिम्मेदारी निभाना चाहेंगी।
अधिकारी और शिक्षिका भी रहे उपस्थित
इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक ओपी त्रिपाठी, जीजीआईसी बाराबंकी की प्रिंसिपल नंदिता सिंह, शिक्षिकाएं, प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे। सभी ने छात्रा आंचल के आत्मविश्वास की सराहना करते हुए इसे प्रेरणादायी बताया।
रिपोर्ट – मंसूफ अहमद
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Author: Barabanki Express
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