Barabanki:
बाराबंकी में श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी विवाद गहराया। एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज, मंत्री ओमप्रकाश राजभर की टिप्पणी से भड़का आक्रोश। कार्यकर्ताओं ने डीएम कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की।

बाराबंकी, उत्तर प्रदेश।
श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी (SRMU) में बिना मान्यता पाठ्यक्रम और अवैध वसूली को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। तीन दिन पहले विश्वविद्यालय में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे एबीवीपी कार्यकर्ताओं और छात्रों पर पुलिस ने बर्बर लाठीचार्ज किया था। इस घटना को लेकर प्रदेशभर में आक्रोश देखने को मिल रहा है।
एफआईआर दर्ज न होने से बढ़ा असंतोष
लाठीचार्ज के तीन दिन बीत जाने के बाद भी दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। इससे एबीवीपी कार्यकर्ताओं में गहरा असंतोष है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
मंत्री ओमप्रकाश राजभर की टिप्पणी से भड़के कार्यकर्ता
विवाद तब और गहराया जब प्रदेश सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने घटना को लेकर अभद्र टिप्पणी की। इस बयान से एबीवीपी कार्यकर्ताओं का गुस्सा भड़क उठा। गुरुवार को बड़ी संख्या में कार्यकर्ता डीएम कार्यालय पहुंचे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी को सौंपा।
पुतला दहन और जोरदार नारेबाजी
ज्ञापन सौंपने के बाद कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकालकर पटेल चौराहे पर मंत्री ओमप्रकाश राजभर का पुतला फूंका। इस दौरान अभाविप कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग दोहराई।
ज्ञापन में रखी गई मांगें
एबीवीपी कार्यकर्ताओं द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में कई गंभीर मुद्दों को उठाया गया। इनमें शामिल हैं:
- विश्वविद्यालय में बिना मान्यता के शैक्षिक संस्थान संचालित करने की जांच।
- छात्रों से की जा रही अवैध वसूली पर रोक और कार्रवाई।
- पुलिस लाठीचार्ज में शामिल दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई।
- विश्वविद्यालय द्वारा कब्जाई गई सरकारी भूमि को खाली कराने और विधिक कार्रवाई।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं की मौजूदगी
विरोध प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने के दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या मौजूद रही। इनमें कार्तिकेय मिश्रा, आकाश त्रिवेदी, योगेश सिंह, अभय शुक्ला, राजवीर त्रिवेदी, अस्तित्व मिश्रा, वैष्णवी परमार, ईशा, अभय राम त्रिपाठी, कामिल, आदर्श सिंह, विशाल सिंह, शशांक गुप्ता, आशुतोष, शिवकेश, शरद, अनुराग, निशांत सिंह, जिज्ञासा गुप्ता, सलामुद्दीन, पवन सोनी, अभिनव, राज, गौरव, प्रांशी, अभिषेक बाजपेई, अनुराग शुक्ला, साक्षी वर्मा और आयुष वर्मा सहित कई अन्य छात्र-कार्यकर्ता शामिल रहे।
निष्कर्ष
श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी विवाद अब सिर्फ शैक्षणिक नहीं रहा बल्कि राजनीतिक रंग भी लेने लगा है। एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर हुए पुलिस लाठीचार्ज, एफआईआर दर्ज न होने और मंत्री ओमप्रकाश राजभर की टिप्पणी ने मामले को और गर्मा दिया है। अब सबकी नजर सरकार और प्रशासन की कार्रवाई पर है।
रिपोर्ट – मंसूफ अहमद
यह भी पढ़ें..
-
CRIME: मौसी को मारकर लाश से किया रेप, लाश को संदूक में छिपाकर, नगदी-गहने लेकर फरार हुआ सगा भतीजा
-
योगी सरकार का बड़ा फैसला: पारिवारिक संपत्ति विभाजन विलेख पर अब सिर्फ 5000 रुपये स्टाम्प शुल्क और 5000 रुपये रजिस्ट्री शुल्क
-
Barabanki News: लेखपाल और नायब तहसीलदार ने घर आकर धमकाया, DM ऑफिस में प्रार्थना पत्र लेने से किया गया इंकार, पीड़ितों को रजिस्टर्ड डाक से भेजनी पड़ी फरियाद; जाने क्या है पूरा मामला
-
Barabanki : मोबाइल पर बात कर रही महिला को सांप ने डसा, इलाज के दौरान मौत, परिवार में मचा कोहराम
-
यूपी पुलिस की मनमानी पर हाईकोर्ट का डंडा: सिर्फ “पसंद-नापसंद” के आधार पर नहीं खुल सकती हिस्ट्रीशीट, ठोस सबूत जरूरी
Author: Barabanki Express
शहर की हर गली से लेकर राजनीतिक गलियारों तक, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, और अपराध से लेकर समाज सेवा तक – बाराबंकी एक्सप्रेस लेकर आता है पल-पल की सच्ची और विश्वसनीय ख़बरें। हमारा मिशन है, आपकी आवाज़ बनना, आपकी समस्याओं को उठाना और आपको अपने शहर के हर पहलू से अवगत कराना। ज़मीनी रिपोर्टिंग और निष्पक्ष पत्रकारिता के साथ, बाराबंकी एक्सप्रेस है आपकी जानकारी का सच्चा साथी।
















