टिकैतनगर-बाराबंकी।
बाराबंकी में धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर की शर्मनाक करतूत सामने आयी है। आरोप है कि नींद में ख़लल पड़ने से झल्लाये डॉक्टर ने तीन साल के मासूम का इलाज करने से ही इनकार कर दिया। पिता की लाख मिन्नतों के बाद भी डॉक्टर का दिल नही पसीजा उल्टा बच्चे के माता पिता को दुत्कार कर खदेड़ दिया गया। पीड़ित ने जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत कर आरोपी डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की है।
मामला जनपद बाराबंकी के टिकैतनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है। जहाँ पर तैनात डॉक्टर फरहत अली पर टिकैतनगर इलाके के ही उफ़रौली गांव निवासी श्रवण कुमार नाम के व्यक्ति ने गम्भीर आरोप लगाए हैं। श्रवण कुमार का आरोप है कि शुक्रवार की भोर करीब 3:00 बजे उसके तीन साल के बेटे राघव के पैरों में अचानक से काफी तेज़ दर्द होने लगा। रोते बिलखते मासूम को लेकर जब श्रवण सीएचसी पर पहुंचा तो वहां सन्नाटा पसरा हुआ था। आरोप है कि करीब 20 मिनट तक इधर उधर भटकने के बाद किनारे बने कमरे में सो रहे अतुल नाम के प्राइवेट कर्मचारी ने बताया कि डॉक्टर फरहत अली अपने आवास पर सो रहे है।
श्रवण कुमार का आरोप है कि जब आवास पर जाकर डॉक्टर फरहत अली को जगाया तो नींद टूटने से झल्लाये डॉक्टर फरहत ने यह कहते हुए बच्चे का इलाज करने से मना कर दिया कि रात में वो केवल प्राइवेट और एक्सीडेंट केस को ही देखते है। लाख मिन्नतों के बाद भी डॉक्टर फरहत ने बच्चे का इलाज नही किया और श्रवण और उसकी पत्नी को दुत्कार कर अपने आवास के सामने से भगा दिया। इस घटना से आहत श्रवण ने जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवा कर सीएमओ बाराबंकी से डॉक्टर फरहत पर कार्रवाई की गुहार लगाई है। अब पीड़ित की शिकायत को महकमें के जिम्मेदार कितनी गंभीरता से लेते हैं ये तो आने वाला समय ही बताएगा।
रिपोर्ट – चौधरी उस्मान
Author: Barabanki Express
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