
बाराबंकी, यूपी।
उत्तर प्रदेश: हज़रत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की शहादत की याद में, सिरौलीगौसपुर तहसील क्षेत्र में मुहर्रम की छठी तारीख को भव्य अलम का जुलूस निकाला गया। “या हुसैन, हक हुसैन, मौला हुसैन, या अली, मौला अली” की सदाओं के साथ यह जुलूस क्षेत्र के विभिन्न गांवों से गुजरा, जिसमें बड़ी संख्या में अकीदतमंद शामिल हुए।
ग्राम किंतूर से शुरू हुआ यह अलम जुलूस, ढोल, ताशे और झांझ जैसे पारंपरिक वाद्य यंत्रों की गूंज के साथ आगे बढ़ा। जुलूस ने रसूलपुर की गलियों में भ्रमण किया और फिर कस्बा बदोसराय पहुंचा। बदोसराय में जगह-जगह मजलिसों का आयोजन किया गया, जहाँ अकीदतमंदों ने शीरीनी (मिठाई) वितरित की।
इसके बाद, जुलूस हज़रतपुर से होते हुए देर शाम हसनापुर पहुंचा, जहाँ अपने गंतव्य स्थल पर जाकर यह शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त हो गया। इस दौरान, सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस प्रशासन दिन भर पूरी तरह मुस्तैद रहा और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए व्यापक बंदोबस्त किए गए थे।
इस पवित्र अवसर पर, अकीदतमंदों ने जगह-जगह मजलिसों का आयोजन किया और शहीदों की याद में शरबत और शबील (पानी व अन्य पेय) का वितरण भी किया। यह जुलूस इमाम हुसैन की कुर्बानी को याद करने और उनके संदेश को फैलाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बना।
रिपोर्ट – आफताब अहमद
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Author: Barabanki Express
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