बाराबंकी के नवाबगंज नगर पालिका के 90% वाहनों में खामियां! बिना नंबर प्लेट और लाइट्स के दौड़ते ‘यमवाहन’ बढ़ा रहे हादसे का खतरा। जनसुनवाई पर भी शिकायतें अनसुनी।
बाराबंकी, उत्तर प्रदेश।
बाराबंकी की नगर पालिका परिषद नवाबगंज के वाहन सुरक्षा नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं, जिससे शहर की सड़कों पर हादसे का खतरा लगातार बढ़ रहा है। एक चौंकाने वाले खुलासे में सामने आया है कि नगर पालिका के लगभग 90 प्रतिशत वाहनों में नंबर प्लेट, बैकलाइट, इंडिकेटर और रेडियम रिफ्लेक्टर जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। अधिवक्ता और सोशल एक्टिविस्ट अजय वर्मा ने इन ‘यमवाहनों’ के खिलाफ कई बार शिकायतें की हैं, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही का चश्मा उतरने का नाम नहीं ले रहा।
सड़क सुरक्षा बैठकों में भागीदारी, फिर भी नियमों का उल्लंघन
यह स्थिति और भी चिंताजनक इसलिए है क्योंकि हर महीने जिलाधिकारी (DM) की अध्यक्षता में होने वाली रोड सेफ्टी की बैठकों में नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी (EO) भी शामिल होते हैं। इन बैठकों में नगर में सुरक्षित यातायात की रूपरेखा तय करने और यातायात नियमों के पालन पर जोर दिया जाता है। विडंबना यह है कि बैठक में यातायात सुरक्षा के लिए सहभागिता करने वाले अधिकारीगण अपनी ही नगर पालिका के वाहनों द्वारा किए जा रहे नियमों के गंभीर उल्लंघन पर जरा भी ध्यान नहीं देते।

हादसे की स्थिति में पीड़ितों को न्याय मिलना मुश्किल
अधिवक्ता अजय वर्मा ने इस गंभीर मुद्दे पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यदि नगर पालिका के किसी वाहन से कोई दुर्घटना होती है, तो पीड़ित व्यक्ति को बिना नंबर प्लेट वाले वाहन के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराना भी मुश्किल हो जाएगा। ऐसी स्थिति में पीड़ितों को न्याय मिलने की संभावना न के बराबर होगी, जिससे उन्हें दोहरी मार झेलनी पड़ सकती है – एक तो दुर्घटना का दर्द और दूसरा न्याय के लिए भटकना। यह दर्शाता है कि नगर पालिका के वाहन न केवल सुरक्षा मानकों की अनदेखी कर रहे हैं, बल्कि कानूनी जवाबदेही से भी बचने की राह पर हैं।

जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायतें भी अनसुनी
फतहाबाद शहर निवासी अधिवक्ता और सोशल एक्टिविस्ट अजय वर्मा ने इस संबंध में कई बार जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायतें दर्ज कराई हैं। उन्होंने इन खामियों को उजागर करते हुए अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया, लेकिन लापरवाही का चश्मा लगाए अधिकारियों ने हर बार उनकी शिकायतों को अनसुना कर दिया। यह प्रशासनिक उदासीनता न केवल नियमों के उल्लंघन को बढ़ावा दे रही है, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा को भी सीधे तौर पर खतरे में डाल रही है।

अजय वर्मा ने मांग की है कि जिला प्रशासन और परिवहन विभाग को इस गंभीर लापरवाही का संज्ञान लेते हुए तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। नगर पालिका के सभी वाहनों की गहन जांच कर नियमों का पालन सुनिश्चित कराया जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में किसी बड़े हादसे से बचा जा सके और आमजन को सुरक्षित यातायात का अधिकार मिल सके।

रिपोर्ट – मंसूफ अहमद

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Author: Barabanki Express
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