बाराबंकी-यूपी।
प्रदेश सरकार अन्नदाता किसानों के हर सुख-दुख में उनके साथ खड़ी है, और इसी कड़ी में मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना दुर्घटनाग्रस्त किसानों और उनके आश्रितों के लिए एक बड़ा संबल बनकर उभरी है। यह बात सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर स्थित लोकसभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सदस्य विधान परिषद अंगद कुमार सिंह ने कही। इस अवसर पर जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
एमएलसी अंगद कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री कृषक कल्याण योजना के अंतर्गत तहसील नवाबगंज के 54 आश्रित किसान परिवारों को सहायता राशि के डेमो चेक वितरित किए। उन्होंने कहा कि किसी अप्रिय घटना में आश्रित परिवार पर अचानक आर्थिक संकट आ जाता है, जिससे उन्हें जीवनयापन में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे संकट के समय में यह योजना प्रदेश सरकार द्वारा इन परिवारों को संबल प्रदान कर रही है। उन्होंने लाभार्थियों से अपील की कि वे इस आर्थिक मदद को व्यर्थ न करें, बल्कि इससे कोई व्यवसाय या अन्य कोई कार्य शुरू करें, जिससे भविष्य में उन्हें आर्थिक समस्याओं का सामना न करना पड़े। इसके साथ ही, उन्होंने जनपद में निराश्रित महिलाओं को शत-प्रतिशत पेंशन योजना से लाभांवित करने पर भी जोर दिया।
जिले की सभी 6 तहसीलों में 237 आश्रित परिवार लाभान्वित
बाराबंकी जिले में सभी 6 तहसीलों में एक साथ आयोजित कार्यक्रमों में कुल 237 आश्रित परिवारों को सहायता राशि की डेमो चेक प्रदान की गई। यह पूरी राशि डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से सीधे आश्रितों के बैंक खातों में भेजी जाएगी। तहसीलवार देखें तो, नवाबगंज तहसील में 54, रामनगर तहसील में 39, हैदरगढ़ तहसील में 63, रामसनेहीघाट (आरएसघाट) तहसील में 12, फतेहपुर तहसील में 53 और सिरौलीगौसपुर तहसील में 16 आश्रित परिवार इस योजना से लाभान्वित हुए हैं। इन कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में डेमो चेक वितरित किए गए, और लखनऊ में आयोजित चेक वितरण कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी दिखाया गया।
मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना: अन्नदाताओं को मिला आर्थिक सहारा
उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को केवल खेतों में ही नहीं, बल्कि जीवन के हर संघर्ष में सुरक्षा कवच देने की दिशा में एक मजबूत कदम उठाया है। ‘मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना’ के तहत, किसी भी दुर्घटना में किसान की मृत्यु या दिव्यांगता की स्थिति में उसके आश्रित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। यह योजना प्रभावित परिवार को अधिकतम पांच लाख रुपये तक की सहायता प्रदान करती है, जिससे उन्हें फिर से जीवन की मुख्यधारा में जुड़ने में मदद मिलती है। यह राशि सीधे किसानों या उनके आश्रितों के खाते में भेजी जा रही है, जिससे उन्हें किसी मध्यस्थ या भ्रामक प्रक्रिया से गुजरना न पड़े।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार सिंह, उपजिलाधिकारी नवाबगंज आनन्द कुमार तिवारी, तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह सहित सम्बंधित अधिकारी और लाभार्थी सदस्यगण उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – मंसूफ अहमद

Author: Barabanki Express
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