UP News: ‘मधुशाला नहीं, पाठशाला चाहिए!’, यूपी में 27,000 स्कूल बंद होने के खिलाफ AAP ने छेड़ा ‘स्कूल बचाओ अभियान’

 


लखनऊ/जौनपुर, यूपी।
उत्तर प्रदेश में 27,000 सरकारी स्कूलों को बंद करने और 27,308 नई ‘मधुशालाएं’ (शराब की दुकानें) खोलने के योगी सरकार के फैसले के खिलाफ आम आदमी पार्टी (AAP) ने जोरदार अभियान छेड़ दिया है। AAP के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बुधवार को जौनपुर के मीरगंज खास प्राथमिक विद्यालय से ‘स्कूल बचाओ अभियान’ की शुरुआत की। उन्होंने दो टूक कहा, “हमें मधुशाला नहीं, पाठशाला चाहिए, और मैं बच्चों की इस अपील को लेकर सुप्रीम कोर्ट तक जाऊंगा।”
जबरन विलय से बच्चे और अभिभावक परेशान
संजय सिंह ने जौनपुर जनपद के विधानसभा क्षेत्र सिकरारा स्थित प्राथमिक विद्यालय मीरगंज खास का दौरा किया, जिसे हाल ही में बंद कर दिया गया है। उन्होंने वहां बच्चों और उनके अभिभावकों से बात की और उनकी समस्याएं सुनीं। अभिभावकों ने बताया कि 1 जुलाई से उनका स्कूल बंद है और जिस स्कूल में उनके बच्चों का विलय किया गया है, वह यहां से 3 किलोमीटर दूर है। ऐसे में छोटे बच्चों के लिए इतनी दूर जाना बेहद मुश्किल है।
स्थानीय लोगों ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि दूसरे स्कूल जाने के लिए बच्चों को हाईवे पार करना पड़ता है, जिससे दुर्घटना का खतरा बना रहता है। गांव वालों ने हाथ जोड़कर सांसद संजय सिंह से निवेदन किया कि उनके बच्चों के स्कूल बचा लिए जाएं।
RTE एक्ट का उल्लंघन और सुरक्षा का खतरा
संजय सिंह ने RTE (शिक्षा का अधिकार) एक्ट का हवाला देते हुए कहा कि यह कानून 6 से 14 साल के बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा देने का अधिकार देता है, और यह भी कहता है कि सरकारी स्कूल 1 किलोमीटर के दायरे में होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन स्कूलों को बंद करके विलय किया गया है, उनकी दूरी 3 से 4 किलोमीटर है और बच्चों को फोर लेन की सड़क पार करके जाना पड़ रहा है, जिससे कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है। संजय सिंह ने कहा कि शिक्षा के अधिकार को सही मायने में लागू करवाने और इन स्कूलों को बचाने के लिए हर किसी को हर हद तक लड़ाई लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए।
मुख्यमंत्री से अपील और देशव्यापी आंदोलन
AAP सांसद संजय सिंह ने सभी अभिभावकों की तरफ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की कि इन बच्चों का स्कूल फिर से खोल दिया जाए। उन्होंने कहा, “ये बड़े गरीब परिवारों के बच्चे हैं और इनके माता-पिता बड़ी मुश्किल से इन बच्चों को पढ़ा रहे हैं। जिस दिन से इन बच्चों का स्कूल बंद हुआ है, ये बच्चे नए स्कूल नहीं जा पा रहे हैं, इनके माता-पिता परेशान हैं और सब चाहते हैं कि यह स्कूल फिर से खोला जाए।”
संजय सिंह ने घोषणा की कि AAP अब पूरे उत्तर प्रदेश में उन सभी गांवों में जाएगी जहां स्कूल बंद हुए हैं। वे बच्चों और उनके अभिभावकों से बात करेंगे और जरूरत पड़ने पर आंदोलन भी करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि वह स्वयं स्थानीय लोगों के साथ उस नए स्कूल तक पदयात्रा करेंगे जिसमें मीरगंज खास के स्कूल का विलय किया गया है। संजय सिंह ने दृढ़ता से कहा कि AAP इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेगी और बच्चों का भविष्य बचाने के लिए आखिरी तक संघर्ष करेगी।
रिपोर्ट – नौमान माजिद 

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Author: Barabanki Express

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