Barabanki: स्कूल-कालेज की छात्राओं को शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही योगी सरकार की यह खास ऐप!

 


बाराबंकी, उत्तर प्रदेश।
बाराबंकी जिले के बनीकोडर विकास खंड में अब स्कूली छात्राएं आत्मरक्षा के गुर सीख रही हैं। खंड शिक्षा अधिकारी संजय कुमार राय के दिशा-निर्देशन में सभी कंपोजिट और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण ऐप के माध्यम से यह ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य बालिकाओं को आत्मनिर्भर और सुरक्षित बनाना है।
ऐप के ज़रिए आत्मरक्षा का प्रशिक्षण
उच्च प्राथमिक विद्यालय लालपुर राजपुर में शारीरिक शिक्षक राजीव कुमार साहू इस ऐप का इस्तेमाल कर बालिकाओं को सक्रिय रूप से प्रशिक्षित कर रहे हैं। साहू ने बताया कि यह प्रशिक्षण 4 जुलाई, 2025 से लगातार चल रहा है और बालिकाओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है।

प्रशिक्षण में क्या सिखाया जा रहा है?
इस 24 दिवसीय कार्यक्रम में बालिकाओं को कई महत्वपूर्ण कौशल सिखाए जा रहे हैं। अब तक उन्हें पंच बनाना, सही स्टांस (संतुलन की स्थिति), और ब्लॉक (बचाव) की तकनीकें बताई गई हैं। आने वाले दिनों में उन्हें:
  • हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी।
  • अपराध और संबंधित कानूनी धाराओं के बारे में जागरूकता।
  • विभिन्न प्रकार की किक और बचाव के तरीके।
  • शरीर के नाजुक अंग और उनकी सुरक्षा।
  • आत्मरक्षा से संबंधित प्रेरणादायक फिल्में दिखाई जाएंगी, जो उनके जीवन भर काम आएंगी।
प्रशिक्षण के अंत में, उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे। यह पहल बालिकाओं को शारीरिक रूप से सशक्त करने के साथ-साथ उन्हें मानसिक रूप से भी मजबूत बनाएगी, ताकि वे किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति का सामना आत्मविश्वास से कर सकें।
वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण ऐप: एक परिचय
वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण ऐप एक मोबाइल एप्लिकेशन है जिसे उत्तर प्रदेश सरकार ने महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए लॉन्च किया है। यह ऐप मुख्य रूप से स्कूल और कॉलेज जाने वाली छात्राओं और अन्य महिलाओं को आत्मरक्षा के बुनियादी दांव-पेच और तकनीकों का प्रशिक्षण देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका नाम झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर रखा गया है, जो साहस और वीरता का प्रतीक थीं, ताकि महिलाओं को आत्मविश्वासी और आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया जा सके।
ऐप का उपयोग और उद्देश्य:
इस ऐप का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना है, जिसके लिए यह कई सुविधाएँ प्रदान करता है:
  • आत्मरक्षा का प्रशिक्षण: ऐप में वीडियो ट्यूटोरियल, चित्र और विस्तृत निर्देश शामिल हैं जो महिलाओं को विभिन्न आत्मरक्षा तकनीकों जैसे हमलावर से खुद को बचाना, भागना, और आपातकालीन स्थितियों में प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया देना सिखाते हैं।
  • जागरूकता और सशक्तिकरण: यह महिलाओं को अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक करता है और उन्हें किसी भी खतरे का सामना करने के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार करता है।
  • आपातकालीन सहायता: ऐप के कुछ संस्करणों में आपातकालीन संपर्क (SOS) सुविधा भी हो सकती है, जिससे उपयोगकर्ता खतरे की स्थिति में अपने परिवार या पुलिस को तुरंत अलर्ट भेज सकें।
  • नियमित अभ्यास: ऐप में अक्सर अभ्यास सत्र और अनुस्मारक होते हैं ताकि उपयोगकर्ता सीखे गए कौशल को नियमित रूप से अभ्यास कर सकें और उन्हें प्रभावी बनाए रख सकें।
  • मनोबल बढ़ाना: आत्मरक्षा कौशल सीखने से महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ता है, जिससे वे अधिक सुरक्षित और सक्षम महसूस करती हैं।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की यह पहल महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
रिपोर्ट – आफताब अहमद 

यह भी पढ़ें..

Barabanki Express
Author: Barabanki Express

शहर की हर गली से लेकर राजनीतिक गलियारों तक, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, और अपराध से लेकर समाज सेवा तक – बाराबंकी एक्सप्रेस लेकर आता है पल-पल की सच्ची और विश्वसनीय ख़बरें। हमारा मिशन है, आपकी आवाज़ बनना, आपकी समस्याओं को उठाना और आपको अपने शहर के हर पहलू से अवगत कराना। ज़मीनी रिपोर्टिंग और निष्पक्ष पत्रकारिता के साथ, बाराबंकी एक्सप्रेस है आपकी जानकारी का सच्चा साथी।

यह भी पढ़ें  Barabanki: घर से दोस्तों के साथ निकले युवक की संदिग्ध मौत, इंदिरा डैम के पास मिला शव, गुप्तांग कटा - शरीर पर भी गहरे घाव मौजूद, आक्रोशित परिजनों ने जमकर किया हंगामा

और पढ़ें

error: Content is protected !!