Barabanki:
देवा मेला बाराबंकी में सुरक्षा व्यवस्था ध्वस्त! सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के मेले से श्रद्धालु की स्प्लेंडर बाइक चोरी, पीड़ित ने पुलिस में दी तहरीर। मेला कमेटी और ठेकेदारों पर उठे सवाल।

बाराबंकी, उत्तर प्रदेश।
सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के पिता कुर्बान अली शाह की याद में लगने वाले ऐतिहासिक देवा मेला में इस बार अव्यवस्थाओं के साथ ही चोर-उचक्कों का आतंक भी देखने को मिल रहा है। पुलिस प्रशासन की चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। बेख़ौफ़ चोरों ने मोटरसाइकिल स्टैंड से बाइक चोरी कर पुलिस की व्यवस्था की पोल खोल दी।
मेला घूमने आया युवक बना चोरों का शिकार
जानकारी के मुताबिक, देवा थाना क्षेत्र के ग्राम रेंदुआ माती निवासी मुलायम सिंह पुत्र अमर सिंह रविवार की रात करीब 9 बजे अपनी स्प्लेंडर मोटरसाइकिल (नंबर UP41BC5847) से देवा मेला घूमने आए थे। उन्होंने अपनी बाइक को मामापुर नहर पुल के पास बने मेला कमेटी के मोटरसाइकिल स्टैंड पर पार्क किया था। पार्किंग के कर्मचारी द्वारा 50 रुपये शुल्क लेकर उन्हें रसीद नंबर 2411 दी गई थी।
जब मुलायम रात करीब 12 बजे वापस लौटे तो उनकी बाइक गायब थी और स्टैंड के कर्मचारी भी फरार मिले। बाइक की तलाश में उन्होंने पूरा स्टैंड खंगाला, लेकिन बाइक का कोई सुराग नहीं मिला।
पीड़ित ने पुलिस से लगाई मदद की गुहार
घटना के बाद पीड़ित मुलायम सिंह ने तुरंत देवा थाना पहुंचकर बाइक चोरी की लिखित तहरीर दी और पुलिस से बाइक बरामद करने की गुहार लगाई है। पीड़ित ने बताया कि पार्किंग स्थल पर सुरक्षा का कोई इंतज़ाम नहीं था।
मेला प्रशासन और ठेकेदारों पर उठे सवाल
इस घटना के बाद मेला कमेटी और पार्किंग ठेकेदारों की खुली लूट को लेकर श्रद्धालुओं ने सवाल खड़े किए हैं। मेला परिसर में चोरी की घटना से लोग दहशत में हैं। स्थानीय लोग आरोप लगा रहे हैं कि ठेकेदारों और जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से ही ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
श्रद्धालुओं का कहना है कि जब मेला कमेटी द्वारा राजधानी लखनऊ के बड़े बड़े मॉल से दोगुना पार्किंग शुल्क वसूला जा रहा है, तो वाहन की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी मेला प्रशासन की होनी चाहिए। लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते मेले की साख पर बट्टा लग रहा है।
स्थानीय प्रशासन पर उठ रहे सवाल
घटना की जानकारी फैलते ही स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। लेकिन अब तक कोई ठोस कदम उठता नहीं दिख रहा है। यह घटना न केवल सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरी उजागर करती है बल्कि मेला कमेटी की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक देवा मेला में जितनी लूट खसोट और अव्यवस्था इस बार मची है इससे पहले कभी नहीं देखी गई है। लोग इस सब के लिए दबी ज़ुबान जिला प्रशासन के एक चर्चित अधिकारी को जिम्मेदार ठहरा रहे है। जो कुछ समय पहले भी भ्रष्टाचार को लेकर चर्चा में छाए हुए थे।
रिपोर्ट – मंसूफ़ अहमद / उस्मान
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Author: Barabanki Express
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