
गोकर्ण, उत्तरी कर्नाटक।
उत्तरी कर्नाटक के दुर्गम गोकर्ण थाना क्षेत्र में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। रामतीर्थ पहाड़ी के घने वन क्षेत्र में गश्त कर रही पुलिस टीम को एक गुफा के भीतर एक रूसी महिला अपनी दो छोटी बच्चियों के साथ अवैध रूप से रहते हुए मिली। इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
गुफा में रहस्यमय उपस्थिति और पहचान
यह चौंकाने वाला खुलासा तब हुआ जब गोकर्ण पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर श्रीधर एस. आर. और उनकी टीम के सदस्य 11 जुलाई, 2025 की शाम लगभग 5 बजे रामतीर्थ पहाड़ी के वन क्षेत्र में नियमित गश्त पर थे। उन्हें एक गुफा के बाहर कपड़े लटके हुए दिखाई दिए। इतने दुरुह और वन्यजीवों से भरे इलाके में कपड़े देखकर उन्हें आश्चर्य हुआ। जब वे गुफा के अंदर गए, तो वहाँ का दृश्य देख अचंभित रह गए: एक रूसी महिला अपनी दो छोटी बच्चियों के साथ बैठी थी।
पूछताछ करने पर महिला की पहचान 40 वर्षीय नीना कुटिना उर्फ मोही के रूप में हुई। उसकी बच्चियों के नाम प्रेमा (6 वर्ष) और एमा (4 वर्ष) हैं।
अवैध प्रवास और आध्यात्मिक खोज
जाँच में सामने आया कि नीना कुटिना बिज़नेस वीज़ा पर रूस से भारत आई थीं और गोवा के रास्ते पवित्र तटीय शहर गोकर्ण पहुँची थीं। नीना ने पुलिस को बताया कि वह हिंदू धर्म और भारतीय आध्यात्मिक परंपराओं से गहराई से प्रभावित है। पुलिस पूछताछ के दौरान, उसने बताया कि वह अपनी बच्चियों के साथ पूजा-अर्चना और ध्यान करने के लिए गोवा से यहाँ आई थी और इसी गुफा में रह रही थी। गुफा के अंदर भगवान की तस्वीरें भी रखी मिलीं, जिससे उसकी आध्यात्मिक प्रवृत्ति की पुष्टि होती है। नीना का कहना है कि वह आध्यात्मिक शांति के लिए प्रकृति के बीच ध्यान करती है।
पुलिस ने नीना को समझाया कि यह क्षेत्र बेहद खतरनाक है, जहाँ पहले भी भूस्खलन हो चुके हैं, और सांपों सहित कई खूंखार जानवरों का भी डर बना रहता है।
आगे की कार्रवाई और गंभीर सवाल
प्रारंभिक तौर पर, भारत में ही रहने के इरादे से नीना ने अपने पासपोर्ट और वीज़ा की जानकारी देने से इनकार कर दिया। गोकर्ण पुलिस ने वन विभाग के कर्मचारियों के साथ मिलकर तलाशी अभियान चलाया और गुफा के आसपास ही उसका पासपोर्ट बरामद कर लिया।
पुलिस ने नीना और उसकी बच्चियों को अस्थायी रूप से महिला एवं बाल कल्याण विभाग के महिला स्वागत केंद्र में ठहरा दिया है। पुलिस ने बताया कि महिला और बच्चों को आगे की कार्रवाई के लिए 14 जुलाई को महिला पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में बेंगलुरु के शांतिनगर स्थित एफआरआरओ (फ़ॉरेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस) कार्यालय में पेश किया जाएगा, जिसके बाद उन्हें रूस वापस भेजने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएँगे।
उत्तरी कन्नड़ ज़िले के एसपी एम. नारायण ने बताया कि एफआरआरओ पणजी ने नीना कुटिना को 19 अप्रैल 2018 को एग्जिट परमिट जारी किया था, जिसके बाद वह नेपाल चली गई थी। लेकिन, वह 8 सितंबर 2018 को फिर से भारत लौट आई और तब से वह गैर-कानूनी ढंग से भारत में रह रही है।
एसपी नारायण ने आश्चर्य व्यक्त किया कि महिला और उसकी दो छोटी बच्चियाँ ऐसी दुर्गम जगह पर कैसे रह रही थीं और जंगल में क्या खा रही थीं। उन्होंने राहत जताई कि तीनों सुरक्षित मिलीं।
यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि महिला गोवा से आकर इस गुफा में कब से रह रही थी, लेकिन बच्चियों की उम्र को देखते हुए इस बात की प्रबल संभावना है कि दोनों का जन्म भारत में ही हुआ होगा, क्योंकि 19 अप्रैल 2018 के बाद नीना कभी भारत से बाहर नहीं गई।
यह प्रारंभिक जानकारी है और हो सकता है कि जाँच में और भी नए भेद सामने आएँ। एक विदेशी महिला का दो छोटी बच्चियों के साथ इतने दुर्गम इलाके में अवैध रूप से रहते मिलना निश्चित रूप से कई गंभीर प्रश्न खड़े करता है, जिनकी तह तक जाना ज़रूरी है।
न्यूज़ डेस्क बाराबंकी एक्सप्रेस
यह भी पढ़ें..
-
UP News: श्मशान घाट में कार के अंदर महिला के साथ ‘इश्क’ लड़ा रहा था भाजपा नेता, लोगो ने पकड़ा तो अंडरवीयर में ही मौके से हुआ फरार… Video
-
Lucknow: नगर निगम की लापरवाही की भेंट चढ़ा युवक, टूटी पुलिया में फिसला पैर; उफनाए नाले में बहा युवक, NDRF की टीम तलाश में जुटी
-
IAS Vs Judge वीडियो पर बवाल: कोर्ट पर बोलकर बुरा फंसे विकास दिव्यकीर्ति, जज ने भेज दिया बुलावा
Author: Barabanki Express
शहर की हर गली से लेकर राजनीतिक गलियारों तक, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, और अपराध से लेकर समाज सेवा तक – बाराबंकी एक्सप्रेस लेकर आता है पल-पल की सच्ची और विश्वसनीय ख़बरें। हमारा मिशन है, आपकी आवाज़ बनना, आपकी समस्याओं को उठाना और आपको अपने शहर के हर पहलू से अवगत कराना। ज़मीनी रिपोर्टिंग और निष्पक्ष पत्रकारिता के साथ, बाराबंकी एक्सप्रेस है आपकी जानकारी का सच्चा साथी।
974
















