बाराबंकी-यूपी।
जन औषधि दिवस पर जेनेरिक दवाओं के प्रोत्साहन के लिए बाराबंकी पहुंचे बीजेपी के राज्यसभा सांसद व राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह ने पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में अजीबोगरीब बयानबाज़ी कर लोगो को फ्रांस की रानी मैरी-एंटोनेट की याद दिला दी जिन्होंने फ्रांस की क्रांति के समय रोटी के लिए जुलूस निकाल कर प्रदर्शन कर रही ग़रीब जनता को रोटी उपलब्ध न होने पर केक खाने की सलाह दी थी।
दरअसल रानी मैरी-एंटोनेट फ़्रांस के तत्कालीन शासक लुई सोलहवें की पत्नी थी। लुई सोलहवां एक अकर्मण्य और आयोग शासक था। उसके शासनकाल में फ्रांस में निरंकुशता का साम्राज्य था और जनता त्रस्त थी। इसी कारण फ्रांस में क्रांति का जन्म हुआ था। कहा जाता है कि मैरी-एंटोनेट बेहद फिजूलखर्च थी और उसे आम जनता की परेशानियों से कोई सरोकार नहीं था। एक बार जब फ्रांस की क्रांति के समय भूख से बेहाल लोगों का जुलूस रोटी की मांग कर रहा था तो उसने लोगो को सलाह दी कि यदि रोटी उपलब्ध नही है तो केक क्यों नही खाते?
इसी तरह जब बीजेपी के राज्यसभा सांसद व राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह से पत्रकारों ने 25 लाख की आबादी वाले बाराबंकी के ज़िला अस्पताल में विगत कई सालों से कार्डियोलॉजिस्ट (हृदय रोग विशेषज्ञ) की तैनाती न होने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने अजीबो गरीब बयान देते हुए कहा कि प्राइवेट अस्पताल भी तो है न भाई लोग सिर्फ सरकारी अस्पताल पर ही क्यों निर्भर करे। उन्होंने कहा कि प्राइवेट अस्पताल में जाओ अब तो आयुष्मान भारत का कार्ड प्राइवेट अस्पताल में भी चलता है। वैसे भी अगर आप प्राइवेट अस्पताल में जाकर दवा लिखवाते हो तो भी जंन औषधि केन्द्र में जाकर दवा ले सकते हो। हालांकि बीजेपी सांसद यह नही बता सके कि जिन लोगो के पास आयुष्मान कार्ड और प्राइवेट डॉक्टरों की भारी भरकम फीस भरने के पैसे नही है डबल इंजन सरकार उनके इलाज की क्या व्यवस्था कर रही है।
सुने बीजेपी सांसद का बयान
रिपोर्ट – मन्सूफ अहमद
Author: Barabanki Express
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