लखनऊ-यूपी।
मुस्लिम समुदाय में रमज़ान के पवित्र माह का बेहद ख़ास महत्व है। रमज़ान का चांद नज़र आते ही मुस्लिम समाज के लोग अल्लाह की इबादत में डूब जाते हैं। दिन में जहां रोज़ा रखकर इबादत होती हैं वही रात में तरावीह की खास नमाज़ अदा की जाती हैं। इबादत का यह सिलसिला ईद का चांद नज़र आने तक पूरे महीने चलता है।
वैसे तो इस्लाम धर्म के अनुयायी दिन में रोज़ाना पांच बार अल्लाह की इबादत करते हैं। लेकिन रमज़ान के महीने को बरकतों का महीना कहा जाता है। इस लिए इस माह में इबादत का अलग ही महत्व होता है। इस्लाम धर्म के अनुयायियों को पूरे साल रमज़ान के इस पवित्र माह का इंतज़ार रहता हैं। लेकिन उम्मीद के मुताबिक आज शुक्रवार को रमज़ान का चांद नही दिखने के चलते अब 2 मार्च से इस माह की शुरूआत होगी। मरकज़ी चांद कमेटी फिरंगी महल के सदर और लखनऊ के शाही इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने एलान किया है कि आज दिनांक 29 शाबान 1446 (28 फरवरी) को रमज़ानुल मुबारक का चांद नही हुआ है। इस लिए पहली रमज़ानुल मुबारक 2 मार्च 2025 को होगी।

रिपोर्ट – नौमान माजिद
Author: Barabanki Express
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