
बाराबंकी, यूपी।
लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर हैदरगढ़ रोड ओवरब्रिज की सर्विस लेन पर अधूरे पड़े काम और खतरनाक गड्ढे राहगीरों व वाहन चालकों के लिए भयंकर मुसीबत बन गए हैं। इन गड्ढों में आए दिन वाहन फंस रहे हैं, जिससे न सिर्फ दुर्घटनाएं हो रही हैं, बल्कि वाहन चालकों को भारी आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। हाईवे अथॉरिटी की घोर लापरवाही अब खुलकर सामने आ रही है।
गड्ढे में फंसा ट्रेलर, 12 घंटे फंसा रहा चालक
हाल ही में, राजस्थान के रजिस्ट्रेशन वाला एक ट्रेलर सर्विस लेन के गड्ढों में फंस गया। चालक दिलावर ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि उसे हैदरगढ़ जाना था और हाईवे से उतरकर जैसे ही वह आगे बढ़ा, उसका ट्रेलर गहरे गड्ढे में जा फँसा। दिलावर ने आरोप लगाया कि सर्विस लेन पर कोई चेतावनी बोर्ड, स्टापर या बैरियर नहीं लगा था, जिससे उसे गड्ढे की गहराई का अंदाजा नहीं हो सका।

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि ट्रेलर चालक करीब 12 घंटे तक गड्ढे में फंसा रहा। उसने हाईवे हेल्पलाइन पर मदद मांगी, लेकिन उसे कोई सहायता नहीं मिली। मजबूरन, दिलावर को निजी तौर पर जेसीबी और हाइड्रा मंगवानी पड़ी, जिसके लिए उसे 5,000 रुपये का भुगतान करना पड़ा।
अधूरा काम और NHAI की अनदेखी
स्थानीय लोगों ने बताया कि सर्विस लेन पर गड्ढों को पाटने का काम काफी समय से अधूरा पड़ा है। काम अधूरा होने के कारण कई वाहन चालक ओवरब्रिज पार करके गलत साइड से उतरने को मजबूर हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा और बढ़ गया है। ग्रामीणों का कहना है कि लेन पर चेतावनी बोर्ड और स्टापर न लगाने की शिकायत कई बार हाईवे प्रशासन से की गई, लेकिन उनकी शिकायतों को लगातार अनसुना किया जा रहा है।
यह स्थिति तब है जब टोल प्लाजा पर पेट्रोलिंग टीम तमाम तरह के उपकरणों और मशीनरी के साथ मौजूद रहती है। इसके बावजूद, फंसे हुए वाहनों को कोई असिस्टेंस न मिलना हाईवे अथॉरिटी की बड़ी लापरवाही को दर्शाता है, जिससे आम जनता और वाहन चालकों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
रिपोर्ट – मंसूफ अहमद
यह भी पढ़ें : Barabanki: सरकारी जमीन पर लगे लाखों के पेड़ चोरी, सपा विधायक के रिश्तेदार की आरा मशीन से बरामद हुई चोरी की लकड़ी; 2 गिरफ्तार
Author: Barabanki Express
शहर की हर गली से लेकर राजनीतिक गलियारों तक, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, और अपराध से लेकर समाज सेवा तक – बाराबंकी एक्सप्रेस लेकर आता है पल-पल की सच्ची और विश्वसनीय ख़बरें। हमारा मिशन है, आपकी आवाज़ बनना, आपकी समस्याओं को उठाना और आपको अपने शहर के हर पहलू से अवगत कराना। ज़मीनी रिपोर्टिंग और निष्पक्ष पत्रकारिता के साथ, बाराबंकी एक्सप्रेस है आपकी जानकारी का सच्चा साथी।
637
















