
बाराबंकी, यूपी।
जनपद के मसौली थाना क्षेत्र में एक रेप पीड़िता पिछले तीन माह से न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि मुकदमा दर्ज होने के बावजूद आरोपी खुलेआम घूम रहा है और पीड़िता व उसके परिवार को लगातार धमकियां दे रहा है। पीड़िता की बेबसी और पुलिस की कथित ढिलाई ने न केवल उसे हताश कर दिया है, बल्कि महिला सुरक्षा के सरकारी दावों और पुलिस की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पीड़िता ने मंगलवार को पुलिस कप्तान को दिए एक पत्र में अपनी दर्दनाक आपबीती बयां की। उसने बताया कि आरोपी युवक महीनों तक उसे शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण करता रहा। बाद में उसने पीड़िता पर धर्म बदलने का दबाव बनाया और करीब दो महीने तक उसे एक शहर में ले जाकर बंधक बनाकर रेप किया।
सरकारी दावों की खुली पोल, पीड़िता की जान को खतरा
पीड़िता के अनुसार, तमाम मुश्किलों के बाद 20 मई 2025 को इस मामले में रेप का मुकदमा दर्ज हो पाया। न्यायालय में उसके बयान भी एक महीने पहले दर्ज हो चुके हैं, लेकिन आरोपी पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस अधीक्षक को 2 जून, 6 जून और 18 जून को लिखित शिकायतें दी गई हैं, जिनमें उसने अपनी और अपने परिवार की जान को खतरे की आशंका जताई है।
पीड़िता का दर्द यह भी है कि आरोपी और उसका धर्म अलग होने के चलते उसे न्याय मिलने में और भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उसका आरोप है कि पुलिस अधीक्षक के सख्त आदेशों के बावजूद भी मसौली पुलिस आरोपी पर मेहरबान दिख रही है और उसकी गिरफ्तारी को लेकर कोई गंभीर प्रयास नहीं कर रही है। पीड़िता ने बताया कि मंगलवार को दरोगा उमेश चंद्र उसके घर एक नई तहरीर लिखवाने पहुंचे थे, लेकिन परिवार ने इनकार कर दिया। वही इस संबंध में जब एसआई उमेश चंद्र से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वे रिपोर्ट तैयार करने के लिए पत्र लिखवाने गए थे, जबकि प्रभारी निरीक्षक से इस मामले पर संपर्क नहीं हो सका।
यह घटना दर्शाती है कि जहाँ सरकार महिला सुरक्षा और त्वरित न्याय के बड़े-बड़े दावे करती है, वहीं जमीनी स्तर पर पीड़िताएं आज भी न्याय के लिए भटकने को मजबूर हैं। इस मामले में पुलिस की निष्क्रियता न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे कुछ मामलों में पुलिस का रवैया अपराधियों को बेखौफ कर देता है और पीड़ितों का जीवन और भी मुश्किल बना देता है। पीड़िता और उसके परिवार की जान के खतरे की आशंका ने इस मामले की गंभीरता को और बढ़ा दिया है, जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।
रिपोर्ट – मंसूफ अहमद
Author: Barabanki Express
शहर की हर गली से लेकर राजनीतिक गलियारों तक, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, और अपराध से लेकर समाज सेवा तक – बाराबंकी एक्सप्रेस लेकर आता है पल-पल की सच्ची और विश्वसनीय ख़बरें। हमारा मिशन है, आपकी आवाज़ बनना, आपकी समस्याओं को उठाना और आपको अपने शहर के हर पहलू से अवगत कराना। ज़मीनी रिपोर्टिंग और निष्पक्ष पत्रकारिता के साथ, बाराबंकी एक्सप्रेस है आपकी जानकारी का सच्चा साथी।
622
















