Barabanki: लाखों खर्च फिर भी 6 साल से ताले में बंद! हैदरगढ़ की ग्राम पंचायत सराय चौबे का मिनी सचिवालय बदहाली का शिकार

Barabanki:

बाराबंकी के हैदरगढ़ क्षेत्र के वन पुकार गांव में करोड़ों की लागत से बना मिनी सचिवालय 6 साल से ताले में जकड़ा है। न बिजली, न बैठक, ग्रामीण परेशान।

Barabanki

बाराबंकी, उत्तर प्रदेश।

सरकार द्वारा ग्रामीणों की सुविधा के लिए करोड़ों रुपए की लागत से जगह-जगह मिनी सचिवालय बनाए गए थे ताकि ग्रामीणों को छोटे-छोटे कामों के लिए ब्लॉक मुख्यालय के चक्कर न लगाने पड़ें। लेकिन हकीकत यह है कि ज़्यादातर गांवों में ये भवन अब भी तालेबंद पड़े हैं और ग्रामीणों को कोई सुविधा नहीं मिल पा रही है।

इसी तरह का हाल बाराबंकी ज़िले के विकासखंड हैदरगढ़ क्षेत्र के ग्राम पंचायत सराय चौबे के वन पुकार गांव में देखने को मिला है। यहां करीब 6 साल पहले लाखों रुपए की लागत से मिनी सचिवालय का निर्माण कराया गया था, लेकिन आज तक इसका संचालन शुरू नहीं हुआ।

 

तालेबंद भवन, अधूरा काम और बदहाली

गांव निवासी परमानंद शुक्ला का कहना है कि मिनी सचिवालय बनने के बाद से आज तक इसका ताला नहीं खुला।

  • भवन में बिजली कनेक्शन, पंखे और लाइट तक नहीं लगाए गए।
  • न कोई कर्मचारी यहां बैठता है, न ही कभी कोई बैठक हुई।
  • आधा-अधूरा काम कराकर केवल पैसा निकाल लिया गया।

 

भवन के चारों ओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। बड़ी-बड़ी घास उग आई है और फर्श पर आवारा जानवर मल-मूत्र करके गंदगी फैला रहे हैं।

 

ग्रामीणों को हो रही परेशानी

भवन का संचालन न होने से ग्रामीणों को परिवार रजिस्टर की नकल, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र और अन्य छोटे दस्तावेज़ों के लिए ब्लॉक कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं।

  • सरकारी बैठकों का आयोजन न होने से लोगों तक योजनाओं की जानकारी भी नहीं पहुंच पाती।
  • नतीजतन, ग्रामीण सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने से वंचित रह जाते हैं।
यह भी पढ़ें  Barabanki: हुसैनाबाद गोलीकांड में नया मोड़ — तीन हफ्ते बाद पेट्रोल पंप मालिक के भतीजे की शिकायत पर चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज

 

 

सामुदायिक शौचालय भी बंद

गांव का सामुदायिक शौचालय भी ताले में जकड़ा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि करोड़ों खर्च होने के बावजूद इन सुविधाओं का कोई उपयोग नहीं हो रहा है।

 

ग्रामीणों की मांग

ग्रामीणों ने ब्लॉक अधिकारियों से कई बार शिकायत की, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं देंगे, तो करोड़ों रुपए की लागत से बने ये भवन यूं ही खंडहर में तब्दील हो जाएंगे।


 

रिपोर्ट – मंसूफ अहमद 

यह भी पढ़ें..

Barabanki Express
Author: Barabanki Express

शहर की हर गली से लेकर राजनीतिक गलियारों तक, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, और अपराध से लेकर समाज सेवा तक – बाराबंकी एक्सप्रेस लेकर आता है पल-पल की सच्ची और विश्वसनीय ख़बरें। हमारा मिशन है, आपकी आवाज़ बनना, आपकी समस्याओं को उठाना और आपको अपने शहर के हर पहलू से अवगत कराना। ज़मीनी रिपोर्टिंग और निष्पक्ष पत्रकारिता के साथ, बाराबंकी एक्सप्रेस है आपकी जानकारी का सच्चा साथी।

यह भी पढ़ें  Barabanki: संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी के फंदे से लटका मिला 30 वर्षीय विवाहिता का शव, मामले की जांच में जुटी पुलिस 

और पढ़ें

error: Content is protected !!