Barabanki: एक और प्रेम कहानी का दर्दनाक अंजाम, पंचायत के ‘तालिबानी’ फैसले से आहत प्रेमिका ने फांसी लगाकर दी जान, मचा हड़कंप 

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बाराबंकी के रोहना मीरपुर गांव में पंचायत के जातिगत फैसले से टूटकर प्रेमिका ज्योति ने फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस जांच में जुटी है।

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बाराबंकी, उत्तर प्रदेश।

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां जाति के बंधनों और समाज की संकीर्ण सोच ने एक और प्रेम कहानी को दर्दनाक अंजाम दे दिया। सुबेहा थाना क्षेत्र के रोहना मीरपुर गांव की रहने वाली 16 वर्षीय ज्योति ने प्रेम संबंधों को तोड़ने के सामाजिक दबाव के चलते फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया है।

 

ज्योति का प्रेम, समाज की बंदिशें और पंचायत का ‘फैसला’

सूत्रों के अनुसार, ज्योति का प्रेम-प्रसंग उसी गांव के एक युवक से पिछले कुछ समय से चल रहा था। दोनों एक-दूसरे को पसंद करते थे और विवाह करना चाहते थे, लेकिन उनके बीच जातिगत भेदभाव आ गया। ज्योति गौतम बिरादरी से थी जबकि लड़का रावत बिरादरी से था। इसके चलते परिवार वालों को यह रिश्ता मंजूर नहीं था।

बताया जा रहा है कि दो दिन पहले गांव में युवक-युवती के परिवारों की मौजूदगी में एक पंचायत बुलाई गई, जिसमें तय हुआ कि दोनों एक-दूसरे से अब कोई संपर्क नहीं रखेंगे। लेकिन ज्योति ने पंचायत के इस ‘तालिबानी’ फैसले को मानने से इंकार कर दिया।

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प्यार की जिद पर टूटा कहर

मंगलवार को ज्योति अपने प्रेमी के घर पहुंच गई, लेकिन वहां से परिजनों ने जबरन उसे घर वापस लाकर मारपीट की। अगले दिन बुधवार की शाम जब घरवाले किसी काम से शुकुलबाजार (अमेठी) गए थे, तब घर लौटने पर उन्होंने दरवाजा बंद पाया। अंदर जाकर देखा तो दिल दहला देने वाला दृश्य सामने आया — ज्योति का शव दुपट्टे से लटका हुआ था।

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पुलिस जांच में जुटी, परिवार और पंचायत पर सवाल

घटना की जानकारी मिलते ही सुबेहा थाना प्रभारी कृष्णकांत सिंह मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। अभी तक कोई स्पष्ट नामजद एफआईआर दर्ज नहीं हुई है, लेकिन पंचायत और परिवार की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।

रिपोर्ट – मंसूफ अहमद 

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Author: Barabanki Express

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