नई दिल्ली।
दिल्ली के बहुचर्चित निक्की यादव हत्याकांड की परतें जैसे-जैसे खुल रही हैं, उतनी ही भयावह सच्चाई सामने आ रही है। शुरुआत में जिसे एक प्रेम प्रसंग में कत्ल मानी जा रही थी, दिल्ली पुलिस की जांच में अब यह खुलासा हुआ है कि निक्की यादव, आरोपी साहिल गहलोत की गर्लफ्रेंड नहीं, बल्कि उसकी पत्नी थी। दोनों ने 2020 में चुपचाप ग्रेटर नोएडा के एक मंदिर में शादी कर ली थी। पुलिस का कहना है कि यह कत्ल अचानक नहीं हुआ, बल्कि एक सोची-समझी साजिश थी, जिसमें साहिल के परिवार वाले भी शामिल थे।
पूरा मामला तब सामने आया जब झज्जर, हरियाणा की रहने वाली निक्की यादव दिल्ली में पढ़ाई के दौरान साहिल गहलोत से मिली। दोस्ती प्यार में बदली, लेकिन एक दिन निक्की के WhatsApp पर कुछ तस्वीरें आईं – साहिल की हरियाणा की किसी दूसरी लड़की से सगाई की तस्वीरें। अपने प्रेमी की सगाई की खबर मिलते ही निक्की बिफर पड़ी और उसने साहिल को धमकी दी कि वह उसकी शादी के मंडप में पहुंचकर सच्चाई बताएगी कि वह उसे छोड़कर दूसरी शादी कर रहा है।
पुलिस जांच में सामने आया कि साहिल ने निक्की का कत्ल इसलिए किया, क्योंकि निक्की उसकी दूसरी शादी में बाधा बनने वाली थी। आरोपियों ने पहले निक्की की मौत को सड़क हादसा दिखाने की योजना बनाई, लेकिन जब उन्हें मौका नहीं मिला, तो साहिल ने कार में ही निक्की यादव की हत्या कर दी।
निगमबोध घाट पर खौफनाक वारदात:
साहिल ने निक्की का कत्ल इतने शातिराना तरीके से किया कि किसी को शक न हो। दिल्ली पुलिस की पूछताछ में साहिल ने पहले कश्मीरी गेट में हत्या की बात कही, लेकिन पुलिस को शक हुआ। गहन जांच और रेकी के बाद साहिल ने बताया कि उसने निक्की का गला निगमबोध घाट श्मशान की पार्किंग में दबाया था।
10 फरवरी 2023 की सुबह 8 बजकर 57 मिनट पर साहिल अपनी कार लेकर निगमबोध घाट पहुंचा और उसे पार्किंग में पार्क किया। निक्की ड्राइवर के बराबर वाली सीट पर बैठी थी। कार के काले शीशों के कारण अंदर क्या चल रहा था, बाहर से कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। पार्किंग में साहिल और निक्की का झगड़ा हुआ और फिर साहिल ने डेटा केबल से निक्की का गला दबा दिया। निक्की की मौत के बाद करीब साढ़े नौ बजे कार निगमबोध घाट से बाहर निकल गई। साहिल करीब 33 मिनट तक श्मशान घाट के अंदर रहा और इसी दौरान निक्की का कत्ल हो गया।
निगमबोध घाट के दो सिक्योरिटी गार्ड ने साहिल की सफेद हुंडई कार को उस दिन पार्किंग में देखा था। उन्हें कोई शक नहीं हुआ क्योंकि कार के शीशे काले थे और वे जानते थे कि अंतिम संस्कार में शामिल होने वाली महिलाएं अक्सर कार में ही बैठी रहती हैं।
लाश ठिकाने लगाने की शातिर कोशिश और गिरफ्तारी:
जिस जगह साहिल ने कार पार्क की थी, वह जगह किसी कैमरे की जद में नहीं थी, जिससे पुलिस को केवल श्मशान में आते-जाते साहिल की कार के फुटेज मिले। निगमबोध घाट से निकलने के बाद साहिल ने निक्की की लाश को कार की अगली सीट पर सीट बेल्ट से बांधा और करीब 44 किलोमीटर गाड़ी चलाकर सुबह 11 बजे के बाद मित्राऊ गांव में अपने ढाबे पर पहुंचा।
उसी दिन साहिल की गांव में दूसरी लड़की से शादी होनी थी। निक्की की हत्या के बाद वह शादी के मंडप में बैठा और पूरी रस्में निभाईं। रात में बारात वापस लौटी। साहिल ने ढाबे पर अपनी कार (जिसमें लाश थी) छोड़ दी थी। वह घर गया, कपड़े बदले और शादी से पहले की तमाम रस्मों में हिस्सा लिया। शादी के बाद रात करीब 1 बजे जब सब थककर सो गए, तो तड़के करीब 3:30 बजे साहिल चुपचाप अपनी दूसरी कार से ढाबे पर पहुंचा।
रात के अंधेरे में साहिल ने कार से निक्की की लाश निकाली और ढाबे के अंदर एक कमरे में ले गया। उसने नीले रंग के फ्रिज की सारी ट्रे बाहर निकाली और उसमें निक्की की लाश ठूंस दी। इसके बाद उसने निक्की के फोन से खुद के सारे चैट और कॉल डिटेल डिलीट कर दिए और चुपचाप घर वापस लौट आया।
अगले दो दिनों (11 और 12 फरवरी) तक साहिल लाश को ठिकाने लगाने के लिए मौके की तलाश करता रहा। उसका इरादा लाश को फ्रिज से निकालकर एक बड़े बैग में डालकर किसी नदी में फेंकने का था, लेकिन घर में मेहमानों की वजह से उसे मौका नहीं मिला।
13 फरवरी 2023 की रात करीब 10 बजे राजौरी गार्डन क्राइम ब्रांच में तैनात एक इंस्पेक्टर को मुखबिर से इसकी जानकारी मिली। पुलिस टीम साहिल के घर पहुंची, लेकिन वह वहां नहीं था। आखिरकार, 14 फरवरी 2023 की सुबह करीब 9 बजे पुलिस ने साहिल को हिरासत में ले लिया। सख्ती से पूछताछ पर साहिल ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने साहिल की मौजूदगी में ही ढाबे के अंदर मौजूद नीले रंग के फ्रिज से निक्की यादव की लाश बरामद की। इस मामले ने दिल्ली को स्तब्ध कर दिया है और मानव रिश्तों की जटिलता और अपराध की गहराई को उजागर किया है।
न्यूज़ डेस्क बाराबंकी एक्सप्रेस
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Author: Barabanki Express
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