बाराबंकी, यूपी।
बाराबंकी में जमीन खरीदने के इच्छुक एक डेवलपर से 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी और उसके बाद जान से मारने की धमकी देने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी खुद को गोरखपुर के सांसद रवि किशन का प्रतिनिधि बता रहा है। पीड़ित ने कई बार थाने के चक्कर काटे, पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो अंततः न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद अब जाकर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
अकचिता इन्फ्रा डेवलपर प्रा. लि. के डायरेक्टर दीपक मिश्रा (निवासी भटवलिया, देवरिया) के मुताबिक, वे बाराबंकी में जमीन खरीदना चाहते थे। उन्हें पता चला कि ग्राम दुल्हीपुर में कुछ जमीनें बिक रही हैं, जो गोरखपुर के राजकुमार सिंह की हैं। दीपक मिश्रा ने राजकुमार सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि उन्होंने दुल्हीपुर व पल्हरी में कुछ जमीनों की रजिस्ट्री व एग्रीमेंट करा लिए हैं और कुछ अन्य जमीनों की बात किसानों से चल रही है। राजकुमार सिंह ने सस्ते रेट पर जमीन दिलाने का झांसा दिया और 26 दिसंबर 2024 को बाराबंकी बुलाया।
20 लाख रुपये का बयाना दिया, फिर भी जमीन बेच दी
दीपक मिश्रा जब दुल्हीपुर साइड पर पहुंचे, तो वहां राजकुमार सिंह के साथ लालेन्द्र सिंह उर्फ पप्पू भी मिले। राजकुमार सिंह ने उन्हें दुल्हीपुर की गाटा संख्या-281 (रकबा 0.073 हे.) की बैनामा कॉपी और पल्हरी व दुल्हीपुर की कुछ अन्य जमीनों के एग्रीमेंट दिखाए। राजकुमार ने बताया कि उन्होंने राधेश्याम से दुल्हीपुर की जमीन 21 लाख 60 हजार में खरीदी है और उसे 25 लाख में बेचेंगे। इसी तरह, रामसागर की भूमि 25 लाख रुपये प्रति कच्चे बीघे के हिसाब से खरीदी थी, जिसकी कीमत 58,66,336 रुपये थी, उसे 60 लाख रुपये में देने को कहा।
राजकुमार सिंह और लालेन्द्र सिंह उर्फ पप्पू की बातों पर विश्वास करके दीपक मिश्रा सहमत हो गए। राजकुमार सिंह ने 20 लाख रुपये बयाने के तौर पर मांगे। दीपक मिश्रा ने उसी दिन 5 लाख रुपये नकद दिए और बाकी 15 लाख रुपये 29 फरवरी 2024 को बंधन बैंक, चेक सं-000450 जरिए उनके खाते में जमा करा दिए।
सांसद प्रतिनिधि होने का दावा कर दी जान से मारने की धमकी
15 दिन बाद जब दीपक मिश्रा ने राजकुमार सिंह से बैनामा कराने को कहा, तो वे बहाने बनाने लगे। दीपक मिश्रा को अफवाहों से पता चला कि जिस गाटा संख्या-281 (रकबा 0.073 हे.) के लिए उनसे पैसे लिए गए थे, उसे 02 अप्रैल 2024 को अजित राय पुत्र अनिरुद्ध राय के नाम रजिस्ट्री कर दिया गया है। जब दीपक मिश्रा ने राजकुमार सिंह से बात की, तो वे पैसे वापस करने में टाल-मटोल करते रहे।
दिनांक 14 मई 2025 को जब दीपक मिश्रा ने राजकुमार सिंह से उनके दुल्हीपुर प्लाटिंग पर मिलकर पैसों की मांग की, तो राजकुमार सिंह ने पैसे देने से साफ मना कर दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए कहा, “अब तुम्हारा पैसा नहीं देंगे, तुम नहीं जानते हो मैं रवि किशन सांसद गोरखपुर का सांसद प्रतिनिधि हूं और सरकार मेरी है अगर दुबारा पैसा मांगा तो तुम्हें जान से खत्म कर देंगे और सब काम खत्म कर देंगे।”
न्यायालय के आदेश पर FIR दर्ज
दीपक मिश्रा का आरोप है कि राजकुमार सिंह व लालेन्द्र सिंह उर्फ पप्पू ने उनके साथ धोखा व फरेब करके पैसा हड़प लिया है। इस संबंध में दीपक मिश्रा ने कई बार सतरिख थाने में प्रार्थना पत्र दिए, 19 मई 2025 को रजिस्टर्ड डाक से पुलिस अधीक्षक बाराबंकी को प्रार्थना-पत्र दिया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। थक-हारकर पीड़ित ने धारा-173 (4) बीएनएसएस के तहत न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
न्यायालय के आदेश के बाद, 28 जून 2025 को सतरिख थाने में आरोपियों राजकुमार सिंह व लालेन्द्र सिंह उर्फ पप्पू के खिलाफ BNS 318(4), 352, 351(3) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
रिपोर्ट – मंसूफ अहमद
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Author: Barabanki Express
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