Barabanki: 500 बीघा जमीन पर अवैध कब्जा करने वाले दबंग ग्राम प्रधान ने हड़प ली गरीब किसानों की गेहूं की फसल, पीड़ित किसानों ने DM, SP और मुख्यमंत्री से लगाई न्याय की गुहार

 


बाराबंकी-यूपी।
बाराबंकी जिले के थाना मोहम्मदपुर खाला क्षेत्र के अकौना गाँव के ग्राम प्रधान पर गांव के ही आधा दर्जन से अधिक किसानों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। किसानों का कहना है कि ग्राम प्रधान राम अवध ने कानूनगो की मिलीभगत से उनकी निजी कृषि भूमि पर तैयार गेहूं को जबरन रखवा दिया और बाद में उसे गायब करवा दिया। इतना ही नहीं, प्रधान ने कथित तौर पर उसी भूमि की फर्जी वरासत भी अपने नाम करा ली है। अब पीड़ित किसानों ने जिलाधिकारी बाराबंकी, पुलिस अधीक्षक बाराबंकी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराकर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।
पीड़ित किसानों – नेम कुमार, गोवर्धन, सीताराम, उमाशंकर, विन्द्राप्रसाद, मनोज कुमार और प्रमोद कुमार, सभी निवासी ग्राम अकौना ने डीएम, एसपी और मुख्यमंत्री को भेजी गई अपनी शिकायत में बताया है कि वे वर्षों से अपनी निजी कृषि भूमि पर गेहूं की खेती करते आ रहे हैं। वर्ष 2025 में उन्होंने अपने गाटा संख्या – 883, 884, 883, 884ल, 835, 8845, 884ग – पर गेहूं बोया था। जब फसल तैयार हुई तो ग्राम प्रधान राम अवध ने कानूनगो के माध्यम से उसे जबरन रखवा दिया।
उपजिलाधिकारी के आदेश के बावजूद किसानों को नहीं मिला गेहू
किसानों के अनुसार, अधिकारियों द्वारा उक्त गेहूं को सुरक्षित रखने के स्पष्ट निर्देश भी दिए गए थे, लेकिन ग्राम प्रधान राम अवध और संबंधित कानूनगो ने मिलीभगत कर उसे गायब करवा दिया। इस संदर्भ में, रामनगर के उप जिलाधिकारी द्वारा स्पष्ट आदेश जारी किया गया था कि किसानों को उनका गेहूं वापस लौटाया जाए। बावजूद इसके, पीड़ित किसान बार-बार ग्राम प्रधान और कानूनगो से गुहार लगाते रहे, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। किसानों का आरोप है कि इन दोनों की मिलीभगत के कारण आज तक उन्हें उनका गेहूं वापस नहीं मिल सका है।
फर्जी वरासत कराकर भूमि हड़पने का आरोप
किसानों ने ग्राम प्रधान राम अवध पर इससे भी गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि प्रधान ने उक्त भूमि की फर्जी वरासत अपने नाम करवा ली है, जबकि इस भूमि की वास्तविक हकदार सुमित्रा पत्नी श्री सहदेव (जाति बाह्मण) हैं। किसानों का आरोप है कि ग्राम प्रधान ने अन्य दो व्यक्तियों को मिलाकर षड्‌यंत्रपूर्वक वरासत अपने नाम दर्ज करा ली है। शिकायत में कहा गया है कि यह प्रधान शुरू से ही भूमाफिया जैसा व्यवहार करता आ रहा है और अपनी दबंगई के बल पर लगभग 500 बीघा भूमि पर अवैध कब्जा कर खेती कर रहा है। अब उसने गरीब किसानों का गेहूं भी हड़प लिया है।
DM, SP और मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार, दोषियों पर कार्रवाई की मांग
पीड़ित किसानों ने इस पूरे प्रकरण की शिकायत जिलाधिकारी बाराबंकी, पुलिस अधीक्षक बाराबंकी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करते हुए निवेदन किया है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और गरीब किसानों को उनका गेहूं एवं कृषि भूमि वापस दिलाई जाए। साथ ही, दोषी ग्राम प्रधान राम अवध और संबंधित कानूनगो के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई और किसान इस तरह की दबंगई और भ्रष्टाचार का शिकार न हो।
रिपोर्ट – मन्सूफ अहमद

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Author: Barabanki Express

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