अहमदाबाद-गुजरात।
एयर इंडिया की अहमदाबाद से लंदन गैटविक जाने वाली उड़ान संख्या AI-171 आज दोपहर उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद एक बड़े हादसे का शिकार हो गई। बोइंग 787-8 विमान एक रिहायशी इलाके में, खासकर एक मेडिकल कॉलेज के छात्रावास पर जा गिरा, जिससे भीषण आग लग गई। इस दुखद घटना में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत की आधिकारिक पुष्टि हो गई है, जबकि एक यात्री चमत्कारिक रूप से जीवित बचा है। प्लेन में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी सवार थे। उनकी भी इस हादसे में मौत हो गई।
एयर इंडिया ने पुष्टि की है कि फ्लाइट AI-171 ने अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से भारतीय समयानुसार 13:38 बजे उड़ान भरी थी। विमान में कुल 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य सवार थे। इनमें 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक, 1 कनाडाई नागरिक और 7 पुर्तगाली नागरिक शामिल थे।
हताहत और बचाव कार्य:
यह भारत के सबसे भीषण विमान हादसों में से एक है। एयर इंडिया ने पुष्टि की है कि विमान में सवार 242 लोगों में से 241 ने अपनी जान गंवा दी है। एक मात्र जीवित बचे यात्री की पहचान विश्वासकुमार रमेश के रूप में हुई है, जो ब्रिटिश नागरिक हैं और भारतीय मूल के हैं। उन्हें गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
हादसे में एकमात्र बचे यात्री रमेश विश्वास कुमार के मुताबिक वो प्लेन की सीट नंबर 11-A पर बैठे थे। टेकऑफ के 30 सेकंड बाद ही प्लेन जबरदस्त आवाज के साथ क्रैश हो गया। जब उन्हें होश आया तो उनके अगल-बगल लाशें ही लाशें थी। प्लेन के टुकड़े चारों तरफ बिखरे हुए थे। किसी ने उन्हें उठाया और एंबुलेंस में डाल दिया। रमेश विश्वास कुमार के साथ उनके भाई अजय विश्वास कुमार भी प्लेन में सफर कर रहे थे। दुर्भाग्य से उनकी इस हादसे में मृत्यु हो गई।

हादसा रिहायशी इलाके और बी.जे. मेडिकल कॉलेज के छात्रावास पर हुआ, जिससे ज़मीन पर भी भारी जानमाल का नुकसान हुआ है। अहमदाबाद के डिप्टी कमिश्नर ने पुष्टि की है कि दुर्घटनास्थल से अब तक कुल 265 शव बरामद किए गए हैं, जिसमें विमान में सवार लोग और ज़मीन पर हताहत हुए लोग शामिल हैं।
दुर्घटना के तुरंत बाद बड़े पैमाने पर बचाव और राहत अभियान शुरू किया गया था। अग्निशमन दल, पुलिस, एनडीआरएफ और सेना की टीमें मौके पर मौजूद थीं। भीषण आग और मलबे के कारण बचाव कार्य में काफी चुनौतियाँ आईं, लेकिन अब बचाव अभियान आधिकारिक तौर पर समाप्त हो गया है। कई शव बुरी तरह जल चुके हैं, और उनकी पहचान के लिए डीएनए परीक्षण किया जाएगा।
जांच और आधिकारिक प्रतिक्रियाएं:
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और अन्य संबंधित विमानन प्राधिकरणों ने इस घटना की उच्च-स्तरीय जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, विमान ने उड़ान भरने के तुरंत बाद मेडे कॉल’ (आपातकालीन संदेश) भेजा था, लेकिन इसके बाद हवाई यातायात नियंत्रण (ATC) से उसका संपर्क टूट गया। जांचकर्ता दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) का विश्लेषण करेंगे। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, विमान का फ्यूल टैंक पूरी तरह से भरा होने के कारण दुर्घटनास्थल पर बड़ा विस्फोट और भीषण आग लगी, जिससे बचाव की गुंजाइश लगभग खत्म हो गई थी।
एयर इंडिया ने इस दुखद घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और कहा है कि वह जांच एजेंसियों को पूरा सहयोग दे रही है। एयरलाइन ने प्रभावित परिवारों के लिए हेल्पलाइन नंबर 1800 5691 444 सक्रिय किया है और पीड़ितों के परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कई उच्च पदस्थ नेताओं ने इस दुखद घटना पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और जीवित बचे यात्री से अस्पताल में मुलाकात भी की। संयुक्त राष्ट्र महासचिव और कई अन्य अंतरराष्ट्रीय नेताओं ने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है।
यह बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान की पहला घातक दुर्घटना है। इस त्रासदी ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है, और सबकी निगाहें अब जांच के नतीजों पर टिकी हैं।
रिपोर्ट – नौमान माजिद
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Author: Barabanki Express
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