आप जब भी बाज़ार से फल खरीदते हैं, तो अक्सर उन पर छोटे-छोटे स्टीकर लगे हुए देखते होंगे। ये स्टीकर सिर्फ़ ब्रांडिंग के लिए नहीं होते, बल्कि ये फलों के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ छुपाए होते हैं। एक छोटी सी पर्ची, लेकिन इसके पीछे उत्पादन से लेकर आपके स्वास्थ्य तक के कई राज़ छिपे होते हैं। आइए, जानें इन स्टीकरों पर छपे कोड (PLU कोड – Price Look-Up code) का क्या महत्व है और ये हमें क्या बताते हैं।
क्या होता है PLU कोड?
PLU कोड एक चार या पाँच अंकों का कोड होता है जो फलों और सब्जियों को पहचानने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इंटरनेशनल फेडरेशन फॉर प्रोड्यूस स्टैंडर्ड्स (IFPS) द्वारा इसे मैनेज किया जाता है। ये कोड रिटेलर्स के लिए इन्वेंट्री मैनेजमेंट और चेकआउट प्रक्रिया को आसान बनाते हैं। लेकिन एक जागरूक उपभोक्ता के लिए, ये कोड और भी बहुत कुछ बताते हैं।
स्टीकर पर नंबरों का मतलब:
इन PLU कोड्स में छिपा है फलों के उगने के तरीके का राज़:
1. चार अंकों का कोड (जो ‘3’ या ‘4’ से शुरू होता है):
अगर किसी फल पर चार अंकों का कोड है और यह ‘3’ या ‘4’ से शुरू होता है, तो इसका मतलब है कि यह फल पारंपरिक तरीके से उगाया गया है। इन फलों को उगाने में आमतौर पर कीटनाशकों और रासायनिक खादों का उपयोग किया गया हो सकता है। यह दुनिया भर में फलों और सब्जियों के उत्पादन का सबसे आम तरीका है। उदाहरण के लिए, 4011 अक्सर केले का कोड होता है।
2. पाँच अंकों का कोड (जो ‘9’ से शुरू होता है):
यह सबसे अच्छी श्रेणी है। अगर किसी फल पर पाँच अंकों का कोड है और यह ‘9’ से शुरू होता है, तो इसका मतलब है कि यह फल जैविक (Organic) तरीके से उगाया गया है। जैविक फलों को उगाने में किसी भी तरह के सिंथेटिक कीटनाशकों, रसायनों या जेनेटिक रूप से संशोधित जीवों (GMOs) का उपयोग नहीं किया जाता है। ये पर्यावरण और स्वास्थ्य दोनों के लिए बेहतर माने जाते हैं। उदाहरण के लिए, 94011 एक जैविक केले का कोड हो सकता है।
3. पाँच अंकों का कोड (जो ‘8’ से शुरू होता है):
अगर किसी फल पर पाँच अंकों का कोड है और यह ‘8’ से शुरू होता है, तो इसका मतलब है कि यह फल जेनेटिकली मॉडिफाइड (GMO – Genetically Modified Organism) है। यानी, इसके आनुवंशिक गुणों को बदला गया है ताकि यह कीटों के प्रति अधिक प्रतिरोधी हो या इसकी उपज बढ़ सके। हालांकि, GMO खाद्य पदार्थों पर अभी भी बहस जारी है और कई देशों में इन्हें लेकर अलग-अलग नियम हैं। ये स्टीकर इस बात का स्पष्ट संकेत देते हैं कि फल GMO है या नहीं। उदाहरण के लिए, 84011 एक GMO केले का कोड हो सकता है।
स्टीकर का महत्व क्यों?
स्वास्थ्य और सुरक्षा: यह आपको यह जानने में मदद करता है कि आप क्या खा रहे हैं। अगर आप कीटनाशकों से बचना चाहते हैं तो ‘9’ से शुरू होने वाले कोड वाले फल चुनें।
पर्यावरणीय प्रभाव: जैविक खेती पर्यावरण पर कम नकारात्मक प्रभाव डालती है। इन कोड्स को समझकर आप पर्यावरण-अनुकूल विकल्पों को चुन सकते हैं।
सूचित विकल्प: यह आपको अपनी खरीद के बारे में एक सूचित निर्णय लेने में मदद करता है। आप अपनी पसंद और प्राथमिकताओं के आधार पर फल चुन सकते हैं।
फूड ट्रैसिबिलिटी: हालांकि सीधे तौर पर ग्राहक को नहीं दिखता, लेकिन ये कोड सप्लाई चेन में भी फलों की ट्रैसिबिलिटी में मदद करते हैं।
तो अगली बार जब आप फल खरीदें…
तो सिर्फ़ उसकी चमक-दमक या ताज़गी देखकर ही उसे न खरीदें। एक बार उस छोटे से स्टीकर पर छपे कोड को भी ज़रूर देखें। यह एक छोटी सी जानकारी आपको अपने स्वास्थ्य और पर्यावरण के प्रति अधिक जागरूक और जिम्मेदार उपभोक्ता बनने में मदद कर सकती है। यह छोटी सी पर्ची असल में एक बड़े और महत्वपूर्ण संदेश की वाहक होती है, जो आपको यह बताती है कि आपके हाथ में जो फल है, वह कहाँ से आया है और कैसे उगाया गया है।
रिपोर्ट – नौमान माजिद

Author: Barabanki Express
शहर की हर गली से लेकर राजनीतिक गलियारों तक, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, और अपराध से लेकर समाज सेवा तक – बाराबंकी एक्सप्रेस लेकर आता है पल-पल की सच्ची और विश्वसनीय ख़बरें। हमारा मिशन है, आपकी आवाज़ बनना, आपकी समस्याओं को उठाना और आपको अपने शहर के हर पहलू से अवगत कराना। ज़मीनी रिपोर्टिंग और निष्पक्ष पत्रकारिता के साथ, बाराबंकी एक्सप्रेस है आपकी जानकारी का सच्चा साथी।
583