लखनऊ-यूपी।
एसटीएफ की वाराणसी टीम ने अवैध हथियारों की सप्लाई में शामिल एक महिला तस्कर को बुधवार सुबह कैसरबाग बस स्टेशन से धर दबोचा है। वह बुर्का पहन कर रोडवेज बस से कैसरबाग बस अड्डे पर पहुंची थी। मुस्कान के कब्ज़े से चार पिस्टल व सात मैंगजीन बरामद हुई हैं। इनमें से एक असलहा पाकिस्तान में बना बताया जा रहा है। यह महिला जौनपुर के शुभम सिंह गिरोह के लिए काम करती है और पहले भी हथियार तस्करी के आरोप में पकड़ी जा चुकी है। इस समय वह जमानत पर बाहर थी।
एसटीएफ के मुताबिक गिरफ्तार महिला की पहचान जौनपुर के रुधौली निवासी मुस्कान तिवारी के रूप में हुई। एसटीएफ के मुताबिक बाराचवर करीमुद्दीनपुर गाजीपुर निवासी अंकित कुमार पांडेय को 20 नंवबर को अवैध असलहे की तस्करी में गिरफ्तार किया गया था। अंकित की निशानदेही पर 15 दिसंबर 2024 को दो अवैध पिस्टल के साथ मुस्कान तिवारी और सत्यम यादव को सुल्तानपुर से पकड़ा गया था। उस समय खुलासा हुआ था कि उनके गिरोह का सरगना जौनपुर के जुडापुर निवासी शुभम सिंह है। इस गिरोह का नेटवर्क पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार व दिल्ली तक फैला हुआ है।
इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि टीम मामले में जानकारी जुटा रही थी। तभी पता चला कि दिसंबर में जेल गई मुस्कान तिवारी जमानत पर बाहर आने के बाद फिर से गैंग से जुड़कर असलहा तस्करी कर रही है। बुधवार को टीम को सूचना मिली कि शुभम सिंह गैंग की सदस्य मुस्कान मेरठ से असलहों की सप्लाई लेकर लखनऊ आ रही है। सूचना एसटीएफ टीम ने स्थानीय पुलिस एवं महिला पुलिसकर्मी के साथ घेराबंदी की और बस से उतरते ही मुस्कान तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया। मुस्कान के पास से 4 अवैध पिस्टल और सात मैगज़ीन बरामद की गई।
पूछताछ में पता लगा कि एसटीएफ की कार्रवाई को देखते हुए गैंग सरगना शुभम ने पिस्टल डिलीवरी का पैटर्न बदल लिया था। उसने योजना बनाई कि गैंग के दो लोगो के एक साथ डिलीवरी लेने जाने पर गिरफ्तारी हो रही है। इसके लिए गैंग के सदस्य अकेले ही असलहो की डिलीवरी लेने जाएंगे। इसी प्लान के तहत मुस्कान तिवारी अकेले ही असलहा लेने मेरठ गई थी। जहां शोहराबगेट बस स्टेशन के पास एक लड़के ने उसे 4 पिस्टल लाकर दिए थे। इन पिस्टल को उसे शाहगंज जौनपुर पहुंचाना था।
इसी योजना के तहत मुस्कान वेशभूषा बदलकर मेरठ से पिस्टल लेकर रोडवेज़ बस में बैठकर कैसरबाग बस स्टेशन पर आई थी। जहां से शाहगंज के लिए बस पकड़ना थी। इस काम के लिए मुस्कान को 50 हजार रूपए दिया गया था। प्रत्येक पिस्टल की कीमत लगभग डेढ़ लाख रुपए है। एसटीएफ के अनुसार जमानत पर बाहर आने के बाद से वो कई लोगो को असलहा सप्लाई कर चुकी है।
रिपोर्ट – नौमान माजिद

Author: Barabanki Express
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