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सिरौलीगौसपुर-बाराबंकी।
जिले के प्रसिद्ध नेता रामदुलारे रावत ‘बप्पा’ का इलाज के दौरान शुक्रवार की सुबह निधन हो गया है। उनके निधन की सूचना पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती राजरानी रावत, पूर्व मंत्री एंव पूर्व सांसद बैजनाथ रावत, पूर्व विधायक शरद कुमार अवस्थी, सन्तोष पाण्डेय, दुर्गेश दीक्षित, प्रेमनारायण वर्मा, मंयक बाजपेयी, नागेन्द्र प्रताप सिंह, राजेश द्विवेदी, मखाना देवी, परवेज अहमद, सचिन गुप्ता, जयशंकर पान्डेय, अंकित गुप्ता, शिव वरदान सिंह एडवोकेट, सत्यनाम वर्मा एडवोकेट, विजय कुमार यादव एडवोकेट सहित क्षेत्र के सैकड़ों लोगो ने श्री रावत के पैतृक आवास कोटवाधाम पंहुच कर शोक सन्तृप्त परिवार को सांत्वना दी एवं उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
बताते चलें कि जिले के प्रख्यात समाजसेवी बप्पा के नाम से प्रसिद्ध मास्टर रामदुलारे रावत ने पांच दशक तक उपेक्षित शोषित समाज के लिए संघर्ष करते हुए उनके हक हकूक की लडाई लडने के लिए 1979 मे अध्यापक पद से इस्तीफा देकर 79/80 के लोक सभा चुनाव में जनता पार्टी से लोक सभा का चुनाव स्वर्गीय बाबू जगजीवन राम एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर के निर्देशन में लडा। उस समय दलित राजनीति में प्रतापगढ़ के पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकिंकर रावत लोकदल व कांग्रेस के बैजनाथ कुरील के सामने लोकसभा का चुनाव लडे और चुनाव हार गए। सर्वहारा समाज के शोषण उत्पीड़न को रोकने के लिए मास्टर रामदुलारे रावत ने दुबारा अध्यापक पद ज्वाइन नही किया बल्कि सर्वहारा समाज दलित शोषित पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए पांच दशक तक संघर्ष करते हुए 1996 मे बहुजन समाज पार्टी से पार्लियामेंट का इलेक्शन लडा लेकिन इस चुनाव में भी वह हार गये किन्तु समाज के शोषित पीड़ितों के लिए संघर्ष जारी रखते हुए स्वर्गीय अनन्तराम जायसवाल, स्वर्गीय अशर्फी लाल यादव व श्यामलाल यादव आदि के साथ गरीबों को हक हकूक दिलाने के लिए संघर्ष करने वाले मास्टर रामदुलारे रावत आज मेडिकल कालेज के शताब्दी आई सी यू वार्ड मे अपनी जीवन लीला पर विराम लगाने से पूर्व अपने पत्रकार पुत्र श्याम मनोरथ रावत रामू काका पर जिले के सर्वहारा समाज के लिए अन्तिम सांस तक संघर्ष कर हक हकूक दिलाने की बात कहकर स्वर्ग लोक सिधार गए।
रिपोर्ट- मन्सूफ अहमद
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Author: admin
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